- एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने केनाम पर ठगी

- फोन पर दे रहे 32 हजार तक की नौकरी

कोरोना महामारी के बीच जहां लोगों की नौकरी जा रही है, वहीं कई जालसाज सीधे नौकरी बांट रहे हैं। इस बार जालसाजों ने एयरपोर्ट पर नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को झांसा देने में जुटे है। 12 सौ रुपए लेकर 20 हजार रुपए की नौकरी दे रहे हैं। इसके लिए शहर में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। इसकी हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्ट ने हर उस पहलू की पड़ताल की, जो इससे जुड़ा था। पोस्टर की हकीकत की परत-दर-परत खुलती चली गई। एयरपोर्ट की जिस कंपनी में जॉब लगाने की बात की गई। उस कंपनी के अधिकारी ने किसी भी जॉब से नकार दिया।

पासपोर्ट चेकर्स से हेल्पर तक की दिला रहे नौकरी

शहर में लगाए गए पोस्टर पर अनपढ़ से ग्रेजुएट तक को नौकरी देने का विज्ञापन दिया गया है। इसमें पासपोर्ट चेकर से लेकर हेल्पर तक की नौकरी डायरेक्ट दी जा रही है। सेलरी 15500 से 32780 रुपये के साथ रहना, खाना और ओवर टाइम का पैसा भी शामिल है।

आए दिन युवक पहुंच रहे एयरपोर्ट

इंडिगो एयरलाइन में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से आये दिन ठगी की जा रही है। लॉकडाउन के बाद से अबतक वाराणसी एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के कई मामले सामने आये हैं। ठग इतने सक्रिय हैं कि वे वेबसाइट से बड़े अधिकारियों का नाम देखकर उनके नाम का फर्जी सिग्नेचर बनाकर नियुक्ति पत्र भी थमा दे रहे हैं।

ठग से बातचीत के अंश

रिपोर्ट ने मामले की हकीकत जानने के लिए पोस्टर पर दिए गए मोबाइल नंबर 7536815379 पर सुबह 11.30 बजे कॉल किया।

ठग-कहां से बोल रहे हैं।

रिपोर्टर-सर बनारस से बोल रहा हूं।

ठग- कितनी पढ़ाई किए हैं

रिपोर्टर-बारहवीं पास हूं।

ठग-आपको असिस्टेंट सुपरवाइजर की नौकरी मिलेगी।

रिपोर्टर-कितनी सेलरी मिलेगी।

ठग-20 हजार रुपये सेलरी और पीएफ मिलेगा।

रिपोर्टर-इसके लिए क्या करना होगा।

ठग-इसी नंबर पर मार्कशीट व आधार कार्ड की कॉपी भेज दीजिए। एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाकर उसका डिटेल भेजना होगा।

रिपोर्टर-इसके अलावा कुछ और चाहिए।

ठग-1250 रुपये भेजना होगा।

रिपोर्टर-ये क्यों भेजना है।

ठग-यह कंपनी का नियम है। इसमें से 1200 रुपये पहली सेलरी मिलने पर वापस मिल जाएगा। जबकि 50 रुपये प्रोसेसिंग फीस के रूप में जमा करा लिया जाएगा।

रिपोर्टर-नौकरी कहां मिलेगी।

ठग-बनारस एयरपोर्ट पर इंडिगो कंपनी मे मिलेगी।

(इसके बाद रिपोर्टर ने ऑफिस आकर डाक्यूमेंट्स जमा करने समेत अन्य जानकारी मांगने की बात कही, तो ठग ने नाराजगी जताते हुए फोन काट दिया.)

अधिकारी से बातचीत के अंश

रिपोर्टर-इंडिगो कंपनी से बोल रहे हैं

स्थानीय मैनेजर-जी बोल रहा हूं, आप कौन।

रिपोर्टर-आप की कंपनी में कोई वैकेंसी निकली है क्या।

स्थानीय मैनेजर-कोरोना में कहां जॉब निकलेगी।

रिपोर्टर-मेरी तो दिन में बात हुई है, उन्होंने बोला है कि इंडिगो कंपनी में जॉब मिलेगी

स्थानीय मैनेजर-इस तरह का प्रकरण आए दिन आते हैं।

रिपोर्टर-फिर आपकी तरफ से कोई कार्रवाई की जाती है।

स्थानीय मैनेजर-मैं उसके लिए अधिकृत नहीं हूं। लोगों को कंपनी के लीगल सेल से संपर्क करने को कहा जाता है।

रिपोर्टर-वैसे कंपनी में कैसे नौकरी मिलती है।

स्थानीय मैनेजर-इसके लिए वेबसाइट व कंपनी के अधिकृत सोशल साइट्स पर सूचना दी जाती है।

रिपोर्टर-कंपनी के नाम पर ठगी करने वालों के खिलाफ कोई एक्शन लेंगे

स्थानीय मैनेजर-कंपनी के ऑफिसर्स को इससे अवगत करा दूंगा, कार्रवाई करना उनका काम है।

वर्जन----

किसी पोस्टर व फोन से नौकरी मिलने के बाद पैसा देने से पहले खुद उसकी जांच पड़ताल करनी चाहिए। उनको कंपनी की वेबसाइट पर जॉब से जुड़े नोटिस को देखना चाहिए। तभी वो ठगी से बच सकते हैं।

अंकुर ओसमांड, स्थानीय ऑफिसर

इंडिगो एयरलाइंस

ये हो चुके हैं ठगी का शिकार

पिछले दिनों जौनपुर के मोकलपुर निवासी बबलू सिंह निवासी युवक ग्राउंड स्टाफ की नौकरी का नियुक्ति पत्र लेकर वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचा। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उसे पता चला कि कंपनी द्वारा ऐसी कोई भर्ती ही नहीं की गयी है। बबलू के मुताबिक उसने नौकरी के लिये 50 हजार रूपये पेटीएम के माध्यम से दिये थे। नौकरी लगने के बाद एक लाख और देना था। इसी तरह लोहता थाना क्षेत्र के कोटवा निवासी एक युवक से नौकरी दिलाने के लिए कई किस्तों में कुल साढ़े तीन लाख से अधिक रुपए ले लिए गए। वहीं गाजीपुर जिले के सैदपुर निवासी मिथिलेश यादव नामक युवक से भी ठगों द्वारा दस हजार से अधिक रुपए ले लिए गए। ठग द्वारा उसे नियुक्ति पत्र दिया गया और चालीस हजार रुपए और मांगे गए। मिथिलेश को जब शक हुआ तो वह सीधे एयरपोर्ट पर पहुंचा और एयरलाइंस काउंटर पर मौजूद कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र दिखाया। कर्मचारियों ने कागजात और हस्ताक्षर को फर्जी बता दिया। उसके बाद युवक अन्य अधिकारियों के पास भी गया। नियुक्ति पत्र देखकर एयरपोर्ट के अधिकारी भी सन्न रह गए। नियुक्ति पत्र पर इंडिगो एयरलाइंस के सह संस्थापक राहुल भाटिया का फर्जी हस्ताक्षर बनाया गया था। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा पोस्टर और कई अन्य माध्यमों से प्रचार करके एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों को ठगा जा रहा है। लाकडाउन के बाद नौकरी के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वाराणसी के अलावा जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मिर्जापुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया के साथ ही अन्य जनपदों के युवाओं को भी ठगों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इसके पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ है। हालांकि दिसंबर 2020 में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।