- 4033 स्वास्थ्यकíमयों और फ्रंट लाइन वर्करों को लगा टीका

- सीएमओ ने किया नगर निगम का निरीक्षण

वाराणसी में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान में गुरुवार सबसे अच्छा दिन साबित हुआ। बता दें कि वैक्सीन से छूट हुए फ्रंट लाइन वर्करों के लिए 25 और 26 फरवरी को वैक्सीन लगवाने के लिए मौका दिया है। गुरुवार को 35 सेंटरों पर सुबह 9 बजे से टीकाकरण की शुरुआत हुई, जो शाम पांच बजे तक जारी रही। इस दौरान कुल 4033 लोगों ने वैक्सीन लगवाया। लक्ष्य के सांपेक्ष यह 92 फीसद टीकाकरण रहा। उधर, अन्य जगहों पर कोरोना संक्रमण बढ़ने पर सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने बताया कि मुंबई और केरल से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर है।

डीएम कौशल राज शर्मा के निर्दशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महाभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने बताया कि गुरुवार को जिले के 34 केन्द्रों पर 2428 स्वास्थ्य कíमयों (हेल्थ केयर वर्करों) और 1605 फ्रंट लाइन वर्करों का टीकाकरण किया गया। इन केन्द्रों पर 48 सत्र आयोजित किये गये। इसमें लाभाíथयों के सापेक्ष 92 फीसदी टीकाकरण किया गया। टीकाकरण कार्यक्रम में सीएमओ ने नगर निगम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्टाफ को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिये। साथ ही सभी लाभाíथयों को भी प्रोत्साहित किया। टीकाकरण के पश्चात सीएमओ ने कोविड कमांड सेंटर पर नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये और टीकाकरण को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए प्रेरित भी किया।

क्वारंटीन किए जाएंगे महाराष्ट्र और केरल से लौटे लोग

कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण मुंबई (महाराष्ट्र) और केरल से लौटने वाले लोगों एक हफ्ते होम क्वांरटीन होना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट से ऐसे लोगों को चिह्नित करेगा। निगरानी के दौरान लक्षण मिलने पर तत्काल उनकी सैंपलिंग होगी। वाराणसी और आसपास के जिलों के कई लोग मुंबई और केरल में रहते हैं। ऐसे में अगले महीने पड़ने वाले होली के त्योहार की वजह से इन लोगों का आवागमन बढ़ेगा। इस कारण स्वास्थ्य विभाग अभी से अलर्ट है। वाराणसी में आने वाले गैरजनपद के लोगों को चिह्नति करके वहां के स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी जाएगी। सुरक्षा को देखते हुए वहां से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। बाबतपुर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू भी कर दी गई है। कैंट स्टेशन भी भी इन यात्रियों को चिंहित किया जाएगा। इन दोनों जगह से आने वाले यात्रियों को पहले थर्मल स्कैनिंग से चेक किया जाएगा। इसके बाद अगर इनमें लक्षण होगा तो इनका सैंपल लिया जाएगा। वहीं अगर लक्षण नहीं होगा तो इनका सैंपल नहीं लिया जाएगा। हालांकि सभी को एक सप्ताह तक होम क्वारंटीन में रखा जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग इन यात्रियों की सूची तैयार करेगी और एक सप्ताह तक उनका फॉलोअप करेगी।