-कोरोना वॉरियर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए लाई गई स्कीम

-पीएम गरीब कल्याण पैकेज के तहत दिया जाएगा लाभ

कोरोना महामारी के दौर में कोविड सेंटर और कोविड हॉस्पिटल में वॉरियर्स के रूप में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर्स, नर्स, मेडिकल स्टाफ और आशा बहुओं के लिए गुड न्यूज है। अब उन्हें कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान खुद को लेकर बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि उनकी चिंता अब सीधे सरकार ने खुद करने का फैसला ले लिया है। कोरोना पेशेंट के इलाज के दौरान अगर ये वॉरियर्स खुद संक्रमित हो जाते हैं या फिर उनके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है तो शासन की तरफ से उन्हें 50 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दी जाएगी। यह राशि न सिर्फ डॉक्टर्स बल्कि आशा वर्कर और एम्बुलेंस चालकों समेत अन्य उन सभी मेडिकल स्टाफ को दिया जाएगा जिनकी कोविड केस में लगाई गई है।

खतरे में रहती है जान

पिछले करीब 8 माह से पूरा देश कोराना संक्रमण से जूझ रहा है। लगातार बढ़ रहे संक्रमित मरीजों को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ लगे हुए हैं। जब वे संक्रमित हो जा रहे हैं तो उनके लिए सरकार की तरफ से उनकी जान माल की प्रतिपूर्ति के लिए कुछ भी नहीं है। जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल टूट रहा है। कोरोना के डर से प्रदेश के कई जिलों के डॉक्टर समेत दर्जन भर स्वास्थ्य कर्मियों ने नौकरी छोड़ दी थी। इस समस्या को देखते हुए शासन ने कोरोना की लड़ाई में जुटे इन हेल्थ वकर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए पीएम गरीब कल्याण पैकेज के तहत इन्हें क्षतिपूर्ति देने की स्कीम को इंम्प्लीमेंट में लाया है।

कई डॉक्टर्स हो चुके हैं शिकार

जून माह में बीएचयू के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के कोविड सेंटर में आधा दर्जन से ज्यादा चिकित्सक कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए थे। इसके अलावा अन्य कोविड सेंटर के भी कुछ हेल्थ वर्कर संक्रमित हो गए थे, लेकिन उस समय तक इनके लिए कोई स्कीम जारी नहीं की गई थी उत्तर प्रदेश चिकित्सा विभाग के सचिव वी हेकाली झिमोमी ने इस संबंध में प्रदेश के सभी अधिकारियों को आदेश जारी किया है। उन्होंने इस स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए सीएमओ से इसे तत्काल प्रभाव से इंप्लीमेंट कराने का आदेश दिया है। अधिकारियों के मुताबिक इस आदेश में कहा गया है कि पीएम कल्याण पैकेज के तहत सरकारी अस्पतालों एवं चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत हेल्थ इम्प्लॉइज जो कोरोना के रोकथाम व चिकित्सा के कार्य से जुड़े है उसे विशेष बिमा योजना का लाभ प्रदान किया जाए।

ताकि उत्साह के साथ करे कार्य

स्वास्थ्य सचिव ने क्षतिपूर्ति का लाभ स्वास्थ्य कर्मियों को भी दिए जाने के संबंध में प्रचार-प्रसार करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस स्कीम को लेकर सभी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी पूरी जानकारी दी जाए, जिससे सभी कार्मिक पूरे उत्साह के साथ कार्य करें।

इन्हें मिलेगा लाभ

-सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर

-डब्ल्यूएचओ के इम्प्लॉइज

-यूनिसेफ से जुड़े कर्मचारी

-यूपीटीएसयू के सलाहकार व कर्मचारी

-सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी

-आशा वर्कर, आशा संगिनी

-एंबुलेंस चालक व ईएमटी

ये है स्कीम

-अगर कोई इंप्लॉई कोरोना संक्रमित होकर किसी तरह की दुर्घटना का शिकार होता है तो उसे 50 लाख के बीमा की क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

-बीमा स्कीम के लिए संबंधित व्यक्ति को दावा प्रपत्र देना होगा।

-इस स्कीम से कोराना वॉरियर्स का मनोल बढ़ेगा और वे उत्साह के साथ कार्य करेंगे।

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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत कोविड हॉस्पिटल में कार्यरत हेल्थ इंप्लाइज और जो कोरोना रोकथाम व चिकित्सा कार्य से जुड़ा है उसे इस स्कीम का लाभ मिलेगा।

डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ