- भेलूपुर जल संस्थान परिसर में मुख्य लाइन की लीकेज होगी दुरुस्त

-लीकेज ठीक के लिए दो दिन जलापूर्ति रहेगी बाधित

29 की शाम से भेलूपुर जलाशय को बंद रखा जाएगा

30 जून को दोपहर तक कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है

भेलूपुर जल संस्थान परिसर स्थित पेयजल की मुख्य लाइन में लीकेज को दुरुस्त करने के लिए मंगलवार शाम की मीटिंग से अगले दिन तक कमच्छा, भेलूपुर, सोनारपुरा, भदैनी, अस्सी, लंका से लेकर नगवां तक जलापूर्ति नहीं होगी। इन इलाकों में हजारों घर हैं। ऐसे में लगभग 50 हजार से अधिक लोगों को पानी संकट से जूझना पड़ेगा। हालांकि जलकल विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने की बात कही है। इस समस्या को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने कई परिवारों से बातचीत की तो चौकाने वाली जानकारियां सामने आई। अधिकतर परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी लाइफ में अभी तक बाहर से पानी भरकर घर में नहीं लाया है। कहा कि पीने के लिए जार का पानी मंगाया है। ज्यादा समस्या हुई तो एक या दो दिन के लिए अपने रिश्तेदार के यहां शरण लेंगे। बिना पानी सब सून है।

जलकल विभागके पानी का ही आसरा

भेलूपुर जलाशय से कमच्छा से लेकर लंका, नगवां तक करीब 10 हजार घरों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। इन घरों में रहने वालों की संख्या 50 हजार से अधिक है, जिन्हें जलकल विभागके पानी का ही आसरा है। अगर इन इलाकों में एक टाइम भी जलापूर्ति नहीं होती है तो हाहाकार मच जाता है। पेयजल समस्या को लेकर अक्सर इन इलाकों में धरना-प्रदर्शन भी होता है। हालांकि इन इलाकों में 20 से अधिक बड़ी सोसायटी भी हैं, जहां जलकल विभाग पानी की सप्लाई नहीं करता है। सोसाइटी में बोरिंग के जरिये फ्लैटों में पानी पहुंचता है।

जरूरत पड़ी तो टैंकरों से होगा जलापूर्ति

इन इलाकों में पानी की सप्लाई गंगाजल स्रोत पर आधारित है। नगवां से गंगा जल को लिफ्ट कराकर भेलूपुर शोधन प्लांट तक भेजा जाता है, जहां से नगर के विभिन्न इलाकों में आपूर्ति की जाती है। इस मरम्मत कार्य से बड़ी आबादी प्रभावित होगी। इसे देखते हुए जलकल विभाग ने वैकल्पिक इंतजाम भी किए हैं। जरूरत होगी तो संबंधित इलाके में टैंकरों से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी। हालांकि, बेहतर होगा कि लोग 12 घंटे तक पानी को टंकियों समेत अन्य पात्रों में संचित कर लें।

::: कोट :::

लीकेज दुरुस्त करने के लिए 29 की शाम से भेलूपुर जलाशय को बंद रखा जाएगा। 30 जून को दोपहर तक कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है। इसलिए 29 की शाम व 30 की सुबह संबंधित इलाके में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो सकेगी। वैकल्पिक तौर ट्यूबवेल चालू रहेंगे और पानी का टैंकर भेजा जाएगा।

-सिद्धार्थ कुमार, जलकल सचिव

:: लोगों ने क्या कहा :::

अपने जीवन में मैंने अब तक कभी भी बाहर से पानी भरकर घर में नहीं लाया है। सुबह पानी की सप्लाई होगी तो छोटे से लेकर बड़े बर्तन में पानी स्टोर कर लेंगे। आरओ नहीं चलेगा तो जार का पानी मंगाया है।

-नीतू, साकेत नगर

दो टाइम पानी की सप्लाई बाधित रहने की जानकारी है। मैनेज करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है। 500 लीटर की टंकी है, उसे भरने का प्रयास करेंगे। फिर भी कोई समस्या आई तो एक दिन के लिए अपनी ननद के यहां चली जाऊंगी।

-प्रियंका शर्मा, अस्सी

लंबे समय से पानी की समस्या से हम लोग जूझ रहे हैं। पानी का फोर्स भी बहुत स्लो रहता है। उसी को ठीक करने के लिए 24 से 36 घंटे जलापूर्ति बाधित रहेगी। इससे परेशानी काफी होगी। पानी के लिए घर के बाहर अभी तक नहीं गई हूं।

-रीता अग्रवाल, भदैनी

सुबह जलापूर्ति होगी तो पानी स्टोर करेंगे। बावजूद इसके परेशानी हुई तो अपने रिश्तेदार के यहां चली जाऊंगी। हमारे घर के आसपास हैंडपम्प और ट्यूबवेल नहीं है। अगर होता तो रिश्तेदादार के घर नहीं.जाने की नौबत नहीं आती। इतनी परेशानी नहीं होती।

उर्मिला उपाध्याय, शिवाला