वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में पिछले 24 घंटे में 66 मिमी बरसात ने नया रिकार्ड बना दिया हैसात साल बाद एक दिन में इतनी बारिश दर्ज की गई हैइससे पहले वर्ष 2015 में एक दिन में 103 मिलीमीटर बारिश हुई थीआसमान से बरसी अथाह जलराशि ने दूसरी ओर स्मार्ट हो चुके शहर के जल निकासी व्यवस्था की भी पोल खोल दी हैबारिश की वजह से तापमान में भारी गिरावट तो दर्ज की ही गई, लेकिन चौक-चौराहों, गली-मोहल्ले, सड़कें और पटरियां पर जलजमाव से घंटों नागरिकों को परेशानी होती रही.

जनजीवन अस्त-व्यस्त

जनपद में बुधवार को सुबह से हो रही रूक-रूककर बारिश में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहादोपहर 12 बजे के बाद चार घंटे तक मौसम सामान्य रहा, मगर उसके बाद थोड़ी हवा चली और बादल घिरेलेकिन, उसके बाद फिर से मौसम सामान्य हो गयाहालांकि धूप बिल्कुल भी नहीं रहीभारतीय मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को भी पूरे दिन बारिश हो सकती है

3 तक धूप खिलने की संभावना

भारतीय मौसम विज्ञान के अलर्ट और चेतावनी को देखें तो यह बारिश गुरुवार तक रूकने वाली नहीं है। 30 जून के बाद ही बारिश की रफ्तार कम पड़ेगीप्रो एसएन पांडेय का कहना है कि 30 जून तक ऐसी ही बारिश होगीउसके बाद थोड़ी कम हो सकती हैअब 3 जुलाई तक धूप दिखने की उम्मीद कम ही हैयह मानसून सोनभद्र के रास्ते उत्तर प्रदेश में किया हैअब यह पश्चिमी की ओर बढऩे लगा है.

ठंड का अहसास

जनपद में बारिश के बाद तापमान में 4.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गईबुधवार को मैक्सिमम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और मिनिमम 26 डिग्री सेल्सियस रहातापमान के डाउन होने से पब्लिक सुबह में ठंड का अनुभव कर रही हैवातावरण में शांत हवा की नमी 98 फीसदी रहीधीरे-धीरे ही सही, लेकिन काफी बारिश अधिक मात्रा में आंकी जा रही हैतीन जुलाई के बाद मौसम में फिर से गर्मी का एहसास होने लगेगाशहर का औसत रूप से एयर क्वालिटी इंडेक्स 47 प्वाइंट पर बना हुआ है.

आकाशीय बिजली से दो झुलसे

वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो व्यक्ति झुलस गएवहीं एक कच्चा मकान गिर गयाचिरईगांव प्रतिनिधि के अनुसार चौबेपुर थाना क्षेत्र के ङ्क्षसहवार गांव के सच्चाराम यादव मंगलवार को खेत की ओर गया थाउसके साथ पुरुषोत्तम यादव भी थाइसी दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दोनों झुलस गएसेवापुरी प्रतिनिधि के अनुसार जंसा थाना क्षेत्र के पचवार गांव में बुधवार की सुबह तेज बारिश से जित्तन विश्वकर्मा का कच्चा घर गिर गयाउसके नीचे मौजूद सीमा विश्वकर्मा व उषा विश्वकर्मा मलबे में दब गईंग्रामीणों ने दोनों को बाहर निकाला