वाराणसी (ब्यूरो)। डीजीपी ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर एक नया रिवाइज प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर जोर दिया।
दर्शन पूजन के पश्चात कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मुख्य सचिव और डीजीपी को नक्शे के माध्यम से मंदिर परिसर के रूट प्लान और श्रद्धालुओं के आने-जाने वाले प्रवेश द्वार की विस्तृत जानकारी दी। मुख्य सचिव ने प्रवेश द्वारों की स्थिति का जायजा लिया। डीजीपी ने सुरक्षा चेकिंग की जानकारी ली।

संचालन तक की जानकारी ली
इससे पूर्व सबसे पहले दोनों अधिकारी यात्री सुविधा केंद्र गए, जहां लगने वाली लाइन और उस में मिलने वाली सुविधाओं को यात्रियों के बीच जाकर निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों ने मंदिर चौक, गैलरी होते हुए गंगा घाट तक के मार्गों का निरीक्षण किया और भवनों के निर्माण और उनके संचालन की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद दोनों अधिकारी परिसर में बने मीटिंग हॉल में पहुंचे, जहां मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा बनाई गई पीपीटी को देखा।

प्लान में अब बदलाव की जरूरत
मुख्य सचिव ने कहा कि पहले विश्वनाथ मंदिर आने के लिए काफी गलियां होती थीं, आज यह परिसर काफी बड़ा हो गया है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को भी उसी तरह व्यवस्थित किया जाना चाहिए, इसलिए पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन साथ मिलकर एक व्यवस्थित रूपरेखा तैयार करें, जिससे कि श्रद्धालुओं को आने जाने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। डीजीपी ने कहा कि पहले के सुरक्षा प्लान में अब बदलाव की जरूरत है। इसलिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को शामिल करते हुए एक नया रिवाइज प्लान तैयार करने और उसको पालन कराने की जरूरत है। बैठक में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, सीईओ सुनील कुमार वर्मा, एडिशनल सीपी सुभाष चंद दुबे, सीआरपीएफ कमांडेंट अनिल कुमार समेत जिलेभर के पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।