वाराणसी (ब्यूरो)रेस्टोरेंट ऑन व्हील मतलब रेल की बोगी में रेस्टोरेंटपूर्वांचल के पहले रेल कोच रेस्टोरेंट शनिवार को शुरू हो गयाइस अनोखे रेस्टोरेंट को बनारस रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के प्रवेश द्वार के बगल बनाया गया हैयह बाहर से रेल कोच दिखेगा, लेकिन अंदर से महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होने का एहसास कराएगापूरी तरह से वातानुकूलित इस कोच में सामान्य बजट में लजीज व्यंजनों जायका मिलेगाइसका उद्घाटन कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने किया.

एक साथ 84 लोग

रेलवे की ओर से पीपीपी मॉडल पर इस रेस्टोरेंट को संचालित किया जा रहा हैइसकी पहल रेलवे ने अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए की हैइसके लिए रेलवे ने गोरखपुर से कोच मंगवाया हैइस कोच के अंदर एक साथ 48 लोगों के साथ बैठने सुविधा है, जबकि 36 लोग बाहर बैठ सकेंगेकुल मिलाकर एक साथ 84 लोग खाना, नाश्ता आदि का आनंद ले सकेंगेखाने के बाद यहां सेल्फी भी ले सकते हैंइसके लिए सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है.

रेल की पटरी पर बोगी

नीचे रेल पटरी और उसके ऊपर रेल कोच रखा गया है, जिसे बेहद खूबसूरत और हाईटेक लुक दिया गया हैइस कोच रेस्टोरेंट को महाराजा एक्सप्रेस की तर्ज पर सजाया गया हैअंदर लाइटिंग के साथ-साथ शास्त्रीय संगीत और लोकगीत भी सुनने को मिलेंगेहर टेबल की बगल में खिड़की है, ताकि अंदर बैठे लोग ट्रेन में होना फील कर सकेंइसी तरह पर्यटकों को काशी की महता दिखाने के लिए फोटो भी लगाए गए हैंपांच मिनट के वीडियो में काशी की खासियत भी दर्शाई जाएगीइस कोच में वेज, नॉनवेज और कॉन्टिनेंटल भोजन परोसा जाएगा.

कैंट स्टेशन पर भी खुलेगा

कैंट रेलवे स्टेशन पर भी कोच रेस्टोरेंट तैयार किया जा रहा हैयह कोच रेस्टोरेंट मुख्य सड़क और यात्री आश्रय के बीच खोला तैयार हो रहा हैकोच रेस्टोरेंट बनाने का काम अंतिम दौर में चल रहा हैरेलवे अधिकारियों की मानें तो कैंट पर जून में कोच रेस्टोरेंट चालू हो जाएगाबनारस स्टेशन के रेस्टोरेंट के संचालक वरुण सिंह व वीरेंद्र यादव ने बताया कि आने वाले दिनों में व्रत रखने वालों के लिए फलहार भोजन भी परोसा जाएगारेल मंडल प्रबंधक रामाश्रय पांडेय ने कहा कि आगे भी यात्री सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगाबनारस स्टेशन ही नहीं 15 स्टेशनों को अमृत भारत योजना से संवारा जा रहा हैइस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा, सहायक सुरक्षा आयु1त उग्रसेन सिंह, सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.