-वकीलों ने कोरोना पेशेंट मिलने के बाद भी न्यायिक कार्य करने का किया विरोध

पिंडरा तहसील के वकीलों ने मंगलवार को हॉटस्पॉट इलाका होने के बावजूद तहसील खोलने व न्यायिक कार्य करने के निर्णय का विरोध किया। इतना ही नहीं शाम चार बजे जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे वकीलों का आरोप था कि तहसील परिसर व एसडीएम कार्यालय में कार्यरत छह लोंगो की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी। बावजूद इसके न्यायिक कार्य किया जा रहा है। यह गाइडलाइन का उल्लंघन है। एक एक दिन में सभी कोर्ट को मिलाकर 300 मुकदमे की सूची जारी कर सुनवाई हो रही है। जब तहसील बार ने कंटेनमेन्ट जोन को लेकर न्यायालय बंद करने की मांग कि तो बिना वकील के मुकदमों की सुनवाई शुरू कर दी गई। अधिवक्ताओं का आक्रोश उस समय बढ़ गया जब उनके प्रस्ताव को नहीं माना गया। कोर्ट की कार्यवाही जारी रखी गई। वकील शाम चार बजे तहसील परिसर में एकत्र हुए और एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की। इस दौरान बार अध्यक्ष श्रीनाथ गोंड़, महामंत्री छेदी लाल पाल, गिरीश पटेल, रविशंकर यादव, नवीन सिंह, राजेश सिंह, श्याम मोहन उपाध्याय, पूर्व बार अध्यक्ष शिवपूजन सिंह, अशोक पांडेय आदि मौजूद रहे। वहीं एसडीएम पिंडरा मणि कण्डन ने कहा कि तहसील परिसर हॉटस्पॉट घोषित नहीं है। कोविड की गाइडलाइन के अनुसार न्यायिक कार्य डीएम के निर्देशानुसार किया जा रहा है। वकीलों का आरोप गलत है।