वाराणसी (ब्यूरो)मुंबई जाने वाली महानगरी और दादर टे्रन में बुधवार को इस कदर भीड़ उमड़ी कि ट्रेन के जनरल कोच से लेकर स्लीपर और एसी तक में पैर रखने तक की जगह नहीं थीयात्री टॉयलेट के दरवाजे पर किसी तरह जगह बनाकर यात्रा को मजबूर हुए.

जाना है मजबूरी

वाराणसी से दिल्ली जा रहे यात्री महेंद्र की पीड़ा थी कि चार माह पहले टिकट लेने के बाद भी सीट कन्फर्म नहीं हुई, अब दरवाजे के पास न बैठें तो कहां जाएंवाराणसी से अहमदाबाद जा रहे राजेश गुप्ता ने बताया कि आरक्षण कराने के बाद भी पूरी सीट नहीं मिल रहीभीड़ इतनी है कि एक सीट पर चार-चार लोग बैठे हुए हैं.

पैसेंजर्स की राह मुश्किल

लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की पूर्णाहुति के साथ सोमवार से पूर्वांचल के कामगारों का लौटना शुरू हो गयाअचानक दबाव बढऩे से मुम्बई, सूरत, सिकंदराबाद और अहमदाबाद जाने वाले यात्रियों की राह थोड़ी मुश्किल हो गई हैकैंट स्टेशन, बनारस और वाराणसी सिटी स्टेशन से इस रूट पर संचालित गाडिय़ों में दस दिसंबर तक जगह नहीं हैट्रेनों में वेटिंग की लम्बी फेहरिस्त होने के कारण फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों से भी राहत मिलती नहीं दिख रही है.