-कैंट स्टेशन से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने पर मुख्यालय कर रहा मंथन

-वाराणसी पहुंचे नार्दन रेलवे के जीएम ने मीडिया को दी जानकारी

वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत के अलावा अन्य रूट पर भी जल्द ही वंदे भारत दौड़ती नजर आएगी। बनारसियों को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिल सकती है। यह जानकारी वाराणसी दौरे पर आए नार्दन रेलवे के जीएम आशुतोष गंगल ने बुधवार को दी। मीडिया से रूबरू जीएम ने बताया कि वाराणसी में एक और वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए मुख्यालय स्तर पर मंथन चल रहा है। जिसके बाद भारतीय रेलवे में देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन का बेड़ा और बढ़ जाएगा। महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि उत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों से टी- 18 ट्रेन चलाने का प्रपोजल पूर्व में ही मंत्रालय को भेजा जा चुका है। जिसके अधार पर उत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों से नई वंदे भारत ट्रेन चलने की उम्मीद है। इसके पहले उत्तर रेलवे के जीएम आशुतोष गंगल ने कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित विकास कार्यो का जायजा लिया। स्पेशल ट्रेन से पहुंचे महाप्रबंधक ने स्टेशन निदेशक ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस किया।

नये कलेवर में संचालित होगी वरुणा

महाप्रबंक आशुतोष गंगल ने बताया कि वाराणसी और लखनऊ के बीच चलने वाली वरुणा एक्सप्रेस को नए कलेवर में वापस लाने की तैयारी है। ट्रेन की स्पीड बढ़ाने और उसके टाइम टेबल में भी बदलाव किया जा रहा है। बताया कि उत्तर रेलवे में दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में है। परिणामस्वरूप ट्रेनों की स्पीड स्वत: बढ़ जाएगी। उन्होंने पिछले दिनों शिवपुर-कादीपुर सेक्शन में रेल दुर्घटना के शिकार ट्रेक मेंटेनर की मौत पर अफसोस जताया। बताया कि लखनऊ मंडल में ट्रेक मेंटेनर को रक्षक डिवाइस से लैस किया जाएगा। फिलहाल सेफ्टी से जुड़े कर्मचारियों को इस तरह के हादसों से बचने के लिए टे्रंड किया जाता है।

फाइनल नहीं सिग्नेचर ब्रिज की ऊंचाई व डिजाइन

कैंट स्टेशन समेत वाराणसी में प्रस्तावित उत्तर रेलवे की परियोजनाओ की राह आसान नहीं है। यहां मालवीय ब्रिज के समांतर प्रस्तावित सिगनेचर ब्रिज में कई रोड़े है। गत पांच सालों से लंबित इस परियोजना के बाबत जीएम आशुतोष गंगल ने बताया कि ब्रिज की ऊंचाई और डिजाइन को लेकर विचार चल रहा है। वहीं कैंट स्टेशन के सेकेंड एंट्री को विकसित करने की परियोजना में लेट के सवाल पर उन्होंने छावनी प्रशासन पर बात टाल दिया। वहीं पिछले दौरे में अंधरापुल पर अंडर पास बनाने की राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल से हुई चर्चा पर बताया कि इसकी अभी कार्ययोजना नही बनाई गई है।