-नैक की तर्ज पर NABH का हुआ गठन

-आयुष हॉस्पिटल्स का एक साल के अंदर कराना होगा मूल्यांकन, ग्रेडिंग के आधार पर ही मिलेगा अनुदान

VARANASI

अब आयुष मेडिकल कॉलेजेज के हॉस्पिटल के लिए अलग से ग्रेडिंग करानी होगी। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने आयुष हॉस्पिटल्स को एक साल के अंदर एनएबीएच (नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर) से अनिवार्य रूप से मूल्यांकन कराने का निर्देश दिया है। आयुष हॉस्पिटल्स को भविष्य में एनएबीएच की ग्रेडिंग के आधार पर ही ग्रांट मुहैया कराया जाएगा।

ब्म्00 रुपये जमा करना होगा फीस

आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर संस्कृत यूनिवर्सिटी स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज व हॉस्पिटल ने मूल्यांकन की तैयारी स्टार्ट कर दी है। प्रिंसिपल प्रो। एसएन सिंह ने बताया कि मूल्यांकन कराने में करीब तीन लाख रुपये खर्च आने की संभावना है। बहरहाल मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फीस ब्म् सौ रुपये जमा करना होगा।

प्राइवेट हॉस्पिटल भी दायरे में

एनएबीएच से प्राइवेट आयुष हॉस्पिटल यानी आयुर्वेद, होम्योपैथ, यूनानी, सिद्धा के हॉस्पिटल्स को भी मूल्यांकन कराना अनिवार्य है। इसके लिए इन हॉस्पिटल को निर्देश भी दिया जा चुका है।

बनारस में आयुर्वेद के चार कॉलेज हैं। चौकाघाट स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेद हॉस्पिटल व बीएचयू के अलावा तीन प्राइवेट कॉलेज शामिल हैं। वहीं प्रदेश में आयुष के हॉस्पिटल फ्0 से अधिक बताए जा रहे हैं। इन्हें भी ग्रांट के लिए ग्रेडिंग कराना होगा।