वाराणसी (ब्यूरो)बनारस एक धार्मिक शहर हैयहां पर लाखों की संख्या में हर रोज भक्त दर्शन करने आते हैंबनारस में जो भी भक्त आता है उसकी मंशा होती है कि वह पतित पावनी मां गंगा के दर्शन और स्नान करने के उपरांत ही मंदिरों के दर्शन करके बनारस जाएगाऐसे में भक्तों की कड़ी में हजारों की संख्या में महिला भक्त भी होती हैं, जो गंगा में स्नान करने के बाद मंदिरों में दर्शन को जाती हैऐसे में सबसे बड़ी समस्या आ रही है महिलाओं के चेंजिंग रूम की, जहां पर वह अपना कपड़ा बदल सकेंगंगा किनारे चेंजिंग रूम नगर निगम ने पर्दे वाला बनाया है, जिसकी वजह से महिलाओं को कई बार शर्मसार होना पड़ता हैइसके बाद भी नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

दशाश्वमेध पर महिला अनसेफ

बनारस का सबसे मशहूर घाट दशाश्वमेध घाट हैयहीं से स्नान करने के बाद महिलाएं बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैंइसी घाट पर महिलाओं के लिए पर्दे वाला चेंजिंग रूम बनाया गया है, जिसमें उनको गंगा में स्नान करने के बाद कपड़े बदलना होता हैइस दौरान गंगा किनारे कई बार तेज हवाएं चलने के बाद पर्दे हवा में उडऩे लगते हैं, जिससे महिलायें शर्मसार हो जाती हैंबचे हुए कपड़े से अपने तन को ढकते हुए अपनी सुरक्षा करती हुई देखा जा सकती है.

मंडराते हैं मनचले

पर्दे वाले चेंजिंग रूम इस कदर असुरक्षित हो गये हैैं कि महिलायें जब भी इसके अंदर कपड़े बदलने के लिए जाती हैं तो कांप जाती हैंलेकिन, उनकी मजबूरी होती है आखिर खुले में भीड़ के बीच कपड़े बदलना उनके लिए संभव नहीं हैनाम के चेंजिग रूम के किनारे शोहदों की जमात जमा होती है, जो महिलाओं के साथ बदतमीजी करने से बाज नहीं आते हंै.

नगर निगम नहीं कर रहा उपाय

गंगा के किनारे सारी फैसिलिटी प्रोवाइड करने की जिम्मेदार एकमात्र उत्तरदायी संस्था नगर निगम आंख मूंद कर बैठी हुई हैउसे महिलाओं की इस पीड़ा का आभास नहीं हंै कि महिलाएं आखिर कैसे इन एरिया में अपने आप को सेफ रखती हैं.

स्टोर रूम हैं खतरनाक

इन पर्दे वाले चेंजिंग रूम के पास नगर निगम ने कई स्टोर रूम बनाकर रखे हुए हैैंइन स्टोर रूम में भी मनचलों की जमात बैठी रहती हैइन स्टोर रूम पर नगर निगम का कोई अधिकार नहीं होता हैये स्टोर रूम हमेशा ओपेन रहते हैं जिससे इन मनचलों की फौज हमेशा वहां पर जमा रहती है.

यह है स्थिति

नगर निगम के परमानेंट चेंजिंग रूम :

किसी भी घाट पर नहीं

अस्थायी चेंजिंग रूम : हर घाट पर तीन से चार

रेगुलर आने वाली महिला दर्शनार्थी : 35 से 40 हजार

नगर निगम की तरफ से गंगा नदी के किनारे दस प्रमुख घाटों पर फैब्रिकेटेड चेंजिंग रूम लगाने का काम स्टार्ट कर दिया गया हैफस्र्ट फेज में अस्सी घाट पर डेवलप किया जा रहा हैबाकी के घाटों पर भी आगामी 10 दिनों के अंदर लगा लिया जाएगाहर प्रमुख घाट पर दो-दो चेजिंग रूम लगाए जाएंगे.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम