वाराणसी (ब्यूरो)अगर वाराणसी की बात करें तो अभी तक जिले में कुल 54,62,470 कोरोना डोज लगाई जा चुकी है, जिसमें कोविशील्ड की संख्या 60 फीसद से अधिक है। ऐसे में लोगों को डर है कि कहीं उन्होंने भी नकली वैक्सीन तो नहीं लगवा ली है, लेकिन ऐसा नहीं है। वाराणसी नहीं, बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश सेफ है। नकली कोविशील्ड की सप्लाई दक्षिण भारत में की गयी है। वाराणसी और यूपी में नकली वैक्सीन की खेप नहीं खपाई गई है।

दक्षिण भारत में की सप्लाई
एसटीएफ वाराणसी यूनिट के सीओ विनोद सिंह के अनुसार रोहित नगर से करीब चार करोड़ की नकली कोविशील्ड वैक्सीन, एंटीजन किट व रेमडेसिविर इंजेक्शन पकड़ी गयी है। इसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पिछले छह महीने से यह गोरखधंधा चल रहा था। इसे स्थानीय नहीं, बल्कि दिल्ली व केरल में सप्लाई किया जा रहा था। बनारस में तैयार नकली वैक्सीन को ट्रांसपोर्ट से दिल्ली भेजा जा रहा था। वहां से लोकल व दक्षिण भारत में सप्लाई की जाती थी।

54 लाख को लगी डोज
सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी के अनुसार वाराणसी में अभी तक कुल 54,62,470 कोरोना डोज लगाई जा चुकी है। इसमें से 30,59,369 (103 फीसद) पहली डोज व 21,61,714 (72.7 फीसद) दूसरी डोज और 30,626 प्रीकॉशनरी डोज लगाई जा चुकी है। इसके अलावा 25 लाख से अधिक कोविड जांच हो चुकी है, जिसमें प्राइवेट हॉस्पिटल व लैब भी शामिल हैं। होलसेल दवा सप्लायर के अनुसार पिछले छह महीने में 10 हजार से अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई हो चुकी है।

रोहित नगर में नकली वैक्सीन व किट बनती जरूर थी, लेकिन इसकी सप्लाई दिल्ली व दक्षिण भारत के हिस्सों में होती थी। वाराणसी या उत्तर प्रदेश में नकली वैक्सीन या टेस्टिंग किट की सप्लाई नहीं हुई है। इस गोरखधंधे में पकड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है। उनके नेटवर्क की भी तलाश की जा रही है। अभी और जानकारी सामने आ सकती है।
-विनोद सिंह, सीओ, एसटीएफ, वाराणसी यूनिट