वाराणसी (ब्यूरो)। बनारसी कस्टमर्स को इन दिनों हैैंगिंग झूले खूब पसंद आ रहे हैैं। कलरफुल, लाइटवेट और आसानी से कहीं भी फिट हो जाने की वजह से हाथों-हाथ लिए जा रहे हैैं। लाकडॉउन के खुलने और बाजार पहले की तरह सामान्य होने से फर्नीचर मार्केट शाइन कर रहा। ऐसे में कारोबारियों को करोड़ों का कारोबार होने की उम्मीद है। फर्नीचर व्यापार शादियों के सीजन बूम करता है। व्यापारियों की माने तो दीपावली वाले महीने में केवल बनारस में 100 करोड़ से अधिक का कारोबार होने की संभावना है।

चाइनीज क्लोज, इंडियन फर्नीचर ने पकड़ा जोर
आमतौर पर कई सालों से चाइनीज फर्नीचर के बढिय़ा कस्टमर्स मिल जाए करते थे। लेकिन इस बार बनारस और पूर्वांचल में चाइनीज फर्नीचर की डिमांड घट गई है। इसकी जगह इंडियन फर्नीचर ने ले ली है। फर्नीचर खरीदने आए कस्टमर्स को इंडियन ब्रॉडेड और टीकाऊ फर्नीचर पसंद आ रहे हैैं। कुल मिलाकर जागरूक होते कस्टमर देशी और भारतीय चीजों को पसंद कर रहे हैैं।

हैैंगिंग झूले के बनारसी शौकिन
बनारस के फर्नीचर मार्केट में इस वर्ष हैैंगिंग झूले की कई शानदार रेंज है। बनारसी कस्टमर्स को इन दिनों हैैंगिंग झूले खूब पसंद आ रहे हैैं। कलरफुल, लाइटवेट और आसानी से कहीं भी फिट हो जाने की वजह से हाथों-हाथ लिए जा रहे हैैं। इनकी शुरुआती कीमत 9 हजार से 18 हजार तक की रेंज में उपलब्ध है। इसके अलावा फर्नीचर व्यापारी सोफे, आलमारी, हैगिंग झुला, बास्केट झुला, बेड, डायनिंग फर्नीचर सेट, ड्रेसिंग टेबल और वेटिंग रूम फर्नीचर का मार्डन स्टॉक कर रखे हैं। इन्हें त्योहारी सीजन में बिक जाने की उम्मीद है।

सदाबहार प्लास्टिक फर्नीचर
प्लास्टिक फर्नीचर का व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों ने बताया कि ग्राहक मजबूती और टिकाऊ फर्नीचर को खरीदने में प्राथमिकता दे रहे हैं। सुविधाजनक होने के कारण प्लास्टिक फर्नीचर का उपयोग ज्यादातर लोग करते हैं। वहीं बाजारों में नीलकमल, सेलो, सुप्रीम, नैनो, नेचुरल जैसी ब्रांडेंड कंपनी के प्लास्टिक फर्नीचर उपलब्ध है। ब्रांडेंड कंपनी के एक कुर्सी साधारण तीन से चार सौ तथा आरामदेह कुर्सियां आठ सौ रुपये तक मिलती है। इसके अलावे प्लास्टिक टेबल, डायनिंग टेबल, स्टूल सहित अन्य सामान भी उपलब्ध है।