वाराणसी (ब्यूरो)आज के समय में किसी के पास इतना समय नहीं है, जिसमें वह खुश हो सकेटेंशन और भागदौड़ भरे जीवन में हम सभी अपनी जिम्मेदारी में उलझ गए हैैंशायद तभी किसी को हंसाना सबसे मुश्किल काम होता जा रहा हैहर साल मार्च के तीसरे मंडे यानी आज के दिन एक्ट हैप्पी डे सेलिब्रेट किया जाता हैइसको मनाने का कारण सिर्फ इतना है कि परिस्थिति कोई भी हो पर हम हमेशा मुस्कुराते रहेटेंशन में फंसकर कहीं अपनी हंसी को न खो देंवाराणसी के कुछ ऐसे कलाकार हैं, जो लगातार अपने नाटक के माध्यम से सभी की खुशी को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं.

बचपन से थियेटर से जुड़े हैैं उमेश

अपनी कला से लोगों के चेहरे में हंसी लाने वाले उमेश भाटिया बचपन से ही थिएटर से जुड़े हैंउनको शुरू से ही लोगों को हंसाने में खुशी मिलती थीआज वह अपने नाटक से सभी को हंसा रहे हैंउमेश अपने शो पर बनारसी बोली में एक्टिंग करते हैंइसमें बनारसी किस अंदाज में बोलते हैंउनका रहन सहन कैसा हैफनी अंदाज में बनारसी के लड़ाई-झगड़े को भी दिखाते हैैं.

मुंबई तक जाती है टीम

उमेश कहते हैं कि अपनी जिदंगी में लोग इतने परेशान हैं कि वह अपनी हंसी को ही भूलते जा रहे हैंउनकी खोई हुई हंसी वापस लाने के लिए वह इस नाटक को करते हैंउनके साथ उनकी पूरी टीम यह काम करती हैसिर्फ बनारस ही नहीं बल्कि कश्मीर, दिल्ली, मुंबई और भी तमाम शहरों में उमेश अपनी टीम के साथ लोगों को हंसाने के लिए जाती हैदूसरे शहर के लोगों को भी बनारसी अंदाज खूब पसंद आता है.

हंसना हैं जरूरी

नाटककार व्योमेश शुक्ला ने बताया कि वल्र्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार आज के समय में हर पांचवां इंसान डिप्रेशन का शिकार हैवहीं पूरे भारत में 20 करोड़ लोग डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हंैअक्सर लोग डिप्रेशन के चलते आत्महत्या का भी रास्ता अपना लेते हैंइस समस्या को एक ही चीज कम कर सकती है और वह है हंसीइसलिए वह अपने नाटक के माध्यम से लगातार लोगों को हंसाने का प्रयास कर रहे हैंवह कहते हंै कि कैसी भी स्थिति हो पर अपनी हंसी मत खोएंअपने लिए समय निकालें और खुद के लिए भी जीएं.

क्यों मनाया जाता है एक्ट हैप्पी डे

वर्ष 2003 में डॉडेल एंडरसन द्वारा बनाया गया इंटरनेशनल एक्ट हैप्पी डे हर साल मनाए जाने का मुख्य कारण लोगों को इस बारे में समझाना है कि विश्व में कितने ऐसे लोग हैं, जो खुशियों की कमी के साथ अपना जीवन जी रहे हैंइस साल इसकी थीम लोगों से जुडऩा और सबके साथ खुश रहना हैबढ़ता तनाव उनके जीवन को मुश्किल कर रहा हैइसलिए इस डे के माध्यम से लोगों को उनकी भलाई और पॉजिटिव मेंटल हेल्थ के बारे में बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.