काशी के मंदिरों को बचाने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के चल रहे अनशन को गंगा सेवा अभियानम् का मिला समर्थन

VARANASI

काशी के मन्दिरों को बचाने के लिए दो महीने से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के चल रहे अनशन के समर्थन में गंगा सेवा अभियानम् के कार्यकर्ताओं ने गंगा जल में खड़े होकर प्रदर्शन किया। वह अपने हाथों में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का समर्थन की पंक्ति लिखी तख्तियां लिए हुए थे। उन्होंने मन्दिरों के तोड़फोड़ का विरोध दर्ज कराया और मामले में पीएम के हस्तक्षेप की मांग की। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद, शंकराचार्य आश्रम रायपुर के समन्वयक व प्रवक्ता सुदीप्तो चटर्जी, बेमेतरा से आचार्य अखिलेश्वर, राजकुमार, गंगा सेवा अभियानम् के प्रदेश संयोजक संजय पांडे, सदस्य- सुनील शुक्ला, हरिनाथ दुबे, सतीश अग्रहरि, सुनील उपाध्याय, अनुराग द्विवेदी, कृष्णकांत शर्मा आदि उपस्थित थे।

छठवें दिन भी अनशन पर

वहीं दूसरी ओर विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर परिक्षेत्र में मंदिरों के तोड़-फोड़ व देवताओं के पूजन बाधित होने से नाराज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का अनशन छठवें दिन भी जारी रहा। प्रशासन की ओर से डॉक्टर्स की टीम ने उनके स्वास्थ्य का चेकअप किया। प्रशासन की ओर से अधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। बताते चलें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंदमंदिर परिक्षेत्र स्थित दुर्मुख विनायक के दर्शन के लिए पहुंचे थे। वहां पर प्रशासन ने कॉरिडोर निर्माण कार्य के चलते ताला लगा दिया था। इस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद नाराज हो गये। उन्होंने मंदिर में लगे ताले पर ही पुष्प अर्पित किया और वहीं गली में पूजन के लिए बैठ गये। करीब एक घंटे तक गली में पूजन करने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वापस लौट गए और शंकराचार्य घाट पर 11 दिनी (15 जुलाई तक) अनशन शुरू कर दिया।