-SS हॉस्पिटल BHU को पेशेंट्स फ्रेंडली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

-पांच जुलाई से हॉस्पिटल में शुरू हो जायेगी HMIS की सुविधा

-तब पेशेंट्स को जांच रिपोर्ट के लिए नहीं पड़ेगा भटकना

VARANASI: पूर्वाचल के एम्स एसएस हॉस्पिटल बीएचयू में अब पेशेंट्स और उनके परिजनों को जांच रिपोर्ट के लिए इधर उधर भटकना नहीं होगा। संबंधित डॉक्टर के कंप्यूटर पर उनकी रिपोर्ट बस एक क्लिक पर उपलब्ध हो जायेगी। जी हां, पेशेंट्स व उनके परिजनों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने और हॉस्पिटल को हाईटेक बनाने के क्रम में यहां हॉस्पिटल मैनेजमेंट एण्ड इंफॉर्मेशन सिस्टम एचएमआईएस को इंस्टॉल किया जा रहा है। पांच जुलाई से इस सिस्टम की शुरुआत भी हो जायेगी। सिस्टम के शुरू हो जाने से जहां एक तरफ पेशेंट्स को राहत मिलेगी वहीं डॉक्टर्स को भी अपने पेशेंट्स की पूरी हिस्ट्री उनके कंप्यूटर स्क्रीन पर अवेलेबल हो जायेगी।

हर पेशेंट का होगा यूनिक नंबर

एचएमआईएस सिस्टम शुरू हो जाने के बाद पेशेंट्स को सिर्फ पहली बार पर्चा बनवा कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके साथ ही उसे एक यूनिक नंबर एलॉट कर दिया जायेगा और उसका एक आईडेंटिफिकेशन कार्ड भी बना दिया जायेगा। इस कार्ड और नंबर के जरिये पेशेंट की सभी प्रकार की जांच तथा उसकी बीमारी से जुड़ी पूरी जानकारी कंप्यूटरीकृत कर दी जायेगी। इसकी जानकारी किसी भी समय किसी भी लैब, ओपीडी, वॉर्ड या आईसीयू अथवा इमरजेंसी में माउस के एक क्लिक पर प्राप्त की जा सकेगी।

पेशेंट का डेटा रहेगा सेफ

एचएमआईएस में पेशेंट्स का डेटा वर्षो तक सुरक्षित रखने की व्यवस्था है। इसके चलते किसी पेशेंट का पूर्व में किये गये इलाज की जानकारी भी तत्कालीन डॉक्टर्स आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। कम पढ़े लिखे पेशेंट्स या उनके परिजनों को इस सुविधा का विशेष लाभ होगा। उन्हें हॉस्पिटल में करायी गयी किसी भी तरह की जांच की रिपोर्ट के लिए अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। जांच होने के बाद रिपोर्ट संबंधित डॉक्टर के कंप्यूटर पर अपने आप उपलब्ध हो जायेगी। डॉक्टर पेशेंट का यूनिक कोड कंप्यूटर में फीड करेगा और उसकी सारी डिटेल डॉक्टर के सामने होगी।