वाराणसी (ब्यूरो)देश में जब बात कैपिटल ऑफ एजुकेशन की होती है तो नाम वाराणसी का ही आता हैयहां बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, डॉसंपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी, केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षण संस्थान और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ समेत चार यूनिवर्सिटीज हैंयहां देश के अलग-अलग राज्य और शहरों से बच्चे पढऩे के लिए आते हैंअब यहां विदेशी छात्र-छात्राओं का रुझान भी बढऩे लगा हैएजुकेशन के मामले में यह सिटी फॉरेनर्स स्टूडेंट्स का फेवरेट डेस्टिनेशन बन रहा हैबीएचयू और तिब्बती संस्थान ने इसे प्रमाणित भी कर दिया हैदेश का ऐसा कोई स्टेट नहीं है, जहां के स्टूडेंट्स बीएचयू में न मिलेंवहीं, अब यहां इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा हो रहा हैशैक्षणिक वर्ष 2023-24 में 30 देशों के 325 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने यहां एडमिशन लियाइसमें नेपाल के स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा हैं

नेपाल के स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा

बीएचयू इंटरनेशनल सेंटर एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो बीएचयू में अब तक 49 अलग-अलग देशों के 760 स्टूडेंट्स हैंशैक्षणिक सत्र 2023-24 में 325 फॉरेन स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया हैइनमें नेपाल के 155 स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया हैअन्य कई देशों के स्टूडेंट्स भी यहां पढ़ रहे हैं

कहां के कितने स्टूडेंट

नेपाल ---- 155

श्रीलंका ---- 11

म्यांमार ----- 10

मॉरीसस ---- 10

गवर्नमेंट से एमओयू

इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को अट्रैक्ट करने के लिए बीएचयू ने कई पहल की हैंबीएचयू इंटरनेशनल सेंटर के कोऑर्डिनेटर प्रोएसवीएस राजू ने बताया, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के प्रवेश को गति देने के लिए बीएचयू ने भारत सरकार की पहल एजुकेशन काउंसिल ऑफ इंडिया तथा स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के साथ सहमति पर हस्ताक्षर किये हैंनई शिक्षा नीति 2020 में भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के अंतरराष्ट्रीयकरण पर विशेष जोर दिया गया है

1000 के लिए हॉस्टल

बीएचयू कैंपस में तकरीबन 1000 इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की सुविधा हैगल्र्स स्टूडेंट्स के लिए भी यहां इंटरनेशनल लेवल का हाईटेक हॉस्टल है। 10 मंजिल के ब्वॉयज हॉस्टल में जहां 600 लड़कों के रहने की व्यवस्था हैवहीं, गल्र्स के लिए इंटरनेशनल हॉस्टल की क्षमता 400 है

समस्याओं का समाधान भी

विवि में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के प्रवेश की प्रक्रिया को भी और अधिक प्रभावी व सुगम बनाया गया हैबीएचयू का इंटरनेशनल सेेंटर प्रवेशार्थियों व विद्यार्थियों की समस्याओं व चुनौतियों के निराकरण में सक्रियता से जुटा रहता हैअगर किसी भी स्टूडेंट्स को कोई कमी या कोई प्रॉब्लम आती है तो उसका समाधान किया जाता है

हॉस्टल में ये फैसिलिटी

-200 कमरे बने हैं गल्र्स हॉस्टल में

-400 छात्राएं रह सकती हैं इसमें

-300 कमरे का है ब्वॉयज हॉस्टल

-600 छात्र के रहने की है व्यवस्था

-01 रूम में दो स्टूडेंट रहेंगे

-हर रूम में बना मॉड्यूलर किचन

-मेस के अलावा खुद भी बनाकर खा सकते है

-खाने-पीने व जरूरत के सामान के लिए मिनी मार्केट

-सेहत के लिए जिम बनाया गया है

-खेल के लिए बैडमिंटन कोर्ट बना है

-वाई फाई और 24 आवर पावर सप्लाई

-हर फ्लोर के लिए लिफ्ट

इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की क्षमता को भी बढ़ाने के साथ हाईटेक लूक भी दिया गया हैइसमें छात्र-छात्राओं वे सभी सुविधाएं दी जा रही हैं, जो इंटरनेशनल स्टूडेंट को मिलती हंैइसके साथ ही सभी इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए छात्रवृत्ति से भी विवि को काफी पहचान मिली है

प्रोसुधीर कुमार जैन, वीसी, बीएचयू