-मां गंगा का 42.5 मीटर लंबी पेंटिंग से लिखा 108 नाम को

-व‌र्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया एवं इंडियन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज कराया नाम

-बीएचयू के व्यवहारिक कला की स्टूडेंट्स हैं श्रेया गर्ग

बीएचयू के व्यवहारिक कला की छात्रा और नबी नगर, औरंगाबाद की रहने वाली श्रेया गर्ग ने एक अलग कीर्तिमान अपने नाम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नमामि गंगे योजना से प्रभावित होकर श्रेया ने अपने कला के माध्यम से मां गंगा के 108 नाम (अष्टोत्तर शत नामावली) को भारतीय संस्कृति से जुड़े प्रतीकों को लिखकर 42.5 मीटर लंबा पेंटिंग बना दिया है। दावा है कि दुनिया में पहली बार किसी युवती द्वारा यह बनाई गई है। श्रेया ने इस पेंटिग की बदौलत व‌र्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया एवं इंडियन बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है। श्रेया को डब्ल्यूडीसी की एमडी हरजोत कौर ने पेंटिंग अवलोकन करने के बाद दोनों सíटफिकेट प्रदान किया।

108 नामों को कैनवस पर उकेरा

श्रेया ने बताया कि बनारस की फेमस चित्रकार से प्रेरित होकर कुछ अलग करने को उत्साहित हुई। हाल ही में मोक्ष का पेड़ नामक चित्र बनाकर गिनीज व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने वाली नेहा सिंह ने कला से अपने संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मां गंगा का अष्टोत्तर शत नामावली को भारतीय संस्कृति से जुड़े प्रतीकों से चित्र बनाकर नमामि गंगे को समíपत करने के लिए प्रेरित किया। बीएचयू, कला संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर सुरेश नायर ने भी पेंटिंग में ऑनलाइन हर बारीकियों का मार्गदर्शन किया।

घाट पर आने जाने से मिली प्रेरणा

श्रेया के मुताबिक बनारस में पढ़ाई के दौरान अक्सर मां गंगा के तट पर जाना होता था। मैं बहुत खुश हूं कि सबको आश्रय देने एवं पवित्र करने वाली भारतीय संस्कृति से जुड़ी अमूल्य धरोहर मां गंगा के लिए कुछ करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मां गंगा का 108 नाम स्कन्दपुराण, काशी खंड उत्तरार्ध से लिया गया है।