-बीएचयू में हॉस्टल खाली कराने के फरमान पर स्टूडेंट्स ने लिखा लेटर

-वीसी से हॉस्टल खाली न कराने की लगायी गुहार

सर, घर पर ऑनलाइन क्लास करना मुश्किल है। हमलोगों को हॉस्टल में रहने दीजिए, खाली न कराएं। अब बीएचयू से आये एक फरमान ने स्टूडेंट्स को डिस्टर्ब कर दिया है। पिछले दिनों हुई मीटिंग में सहमति बनी है कि लास्ट ईयर के छात्र जिनका कोर्स पूरा हो गया हो, वे जितना जल्दी हो सके हॉस्टल खाली कर दें। इस बीच छात्रों ने बताया कि कला संकाय के प्रमुख की ओर से 25 नवंबर तक रूम खाली करने का अल्टीमेटम उन्हें मिल चुका है। बिरला-ए हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से अपना दर्द व रोष दर्ज कराते हुए वीसी से गुहार लगाई है कि उन्हें कुछ दिनों की मोहलत और दी जाए।

क्लास डिस्टर्ब होने को लिखा लेटर

कला संकाय प्रमुख प्रो। विजय बहादुर को एक पत्र लिखकर अपनी ऑनलाइन कक्षाओं को सुचारू रूप से चलाने के बारे में लेटर लिखकर बात की। छात्रों ने कहा कि महामारी के बीच उन्हें इस तरह से यात्रा करने में समस्या आएगी। उनके पास आडियो के माध्यम से अपनी पढ़ाई करनी होती है, और यह छात्र प्रोफेसरों के ऑनलाइन लेक्चर पर निर्भर रहते हैं, जिसके लिए हाई स्पीड नेटवर्क की जरूरत पड़ेगी। यह स्पीड उन्हें अपने गांव में नहीं मिल सकेगी।

रेल टिकट मिले तो जाएं घर

छात्रों के मुताबिक त्योहार के कारण रेलगाड़ी में टिकट नहीं उपलब्ध है, जिससे उन्हें कुछ समय और दिया जाना चाहिए। प्रो। विजय बहादुर ने बताया कि सभी दिव्यांग स्टूडेंट्स की समस्याएं कुलपति प्रो। राकेश भटनागर को अवगत करा दी जाएंगी, जिस पर एक बार फिर पुनíवचार किया जाएगा। दिव्यांग छात्रों ने एक पत्र लिखकर अपनी मांगे व आपत्तियों से संकाय प्रमुख प्रो। विजय बहादुर को अवगत कराया है। उन्होंने इस फैसले पर पुनíवचार करने की बात तो कही है, लेकिन वार्डेन का आदेश है कि सोमवार तक हॉस्टल खाली कर दें।