-सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट डिक्लेयर, इस साल भी ग‌र्ल्स ने मारी बाजी

-जिले में 85.27 परसेंट ग‌र्ल्स व 80.10 परसेंट ब्वायज उत्तीर्ण

-पिछले साल की तुलना में अच्छा रहा इस साल रिजल्ट

सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) 12वीं का रिजल्ट सोमवार को डिक्लेयर हुआ। पिछले साल की तुलना में इस बार रिजल्ट काफी अच्छा रहा। एग्जाम देने वाले 15337 स्टूडेंट्स में से 82.27 परसेंट सफल हुए हैं। वहीं इस साल भी ब्वायज से ग‌र्ल्स आगे रहीं। ऐसे में उनका दबदबा कायम रहा। इस साल बारहवीं में 85.68 परसेंट ग‌र्ल्स व 80.10 परसेंट ब्वायज सफल हुए हैं। जबकि वर्ष 2019 में बारहवीं का रिजल्ट 73.31 परसेंट था। कुल 17489 परीक्षाíथयों में से 78.50 परसेंट ग‌र्ल्स उत्तीर्ण हुई हैं। वहीं ब्वायज के उत्तीर्ण का परसेंट 68.12 रहा। इस प्रकार लास्ट ईयर की तुलना में इस साल ओवर ऑल रिजल्ट का ग्राफ 8.96 परसेंट बढ़ा है। वहीं ग‌र्ल्स लास्ट ईयर की तुलना में 7.18 व ब्वायज 11.98 परसेंट की बढ़त बनाए हैं।

ब्वायज का भी बढ़ा दबदबा

बारहवीं में उत्तीर्ण होने के परसेंट को देखा जाय तो ब्वायज ने इस बार लंबी छलांग लगाई है। इसके बावजूद वह ग‌र्ल्स से पीछे रह गए। कोविड-19 के प्रकोप से इस बार बारहवीं में कई पेपर का एग्जाम नहीं हो सका। बोर्ड ने इन पेपर्स की परीक्षाओं में औसत मा‌र्क्स दिया है। इसके चलते सीबीएसई ने इस बार टॉपर्स की लिस्ट भी नहीं जारी की है। इससे टॉपर्स को लेकर स्कूल्स के अपने अपने दावे रहे।

स्टूडेंट्स को मिला सरप्राइज

सीबीएसई ने दोपहर 12 बजे अचानक बारहवीं का रिजल्ट जारी कर सबको चौंका दिया। लास्ट ईयर की तरह इस बार भी सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षार्थियों को सरप्राइज दिया। हालांकि सीबीएसई ने 15 जुलाई से पहले रिजल्ट जारी करने का संकेत दे दिया था। लेकिन रिजल्ट की डेट को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी। एक दिन पहले तक स्टूडेंट्स, स्कूल व पैरेंट्स बोर्ड की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन खंगाल रहे थे।

रिजल्ट के बोझ से दबा सर्वर

रिजल्ट डिक्लेयर होते ही सर्वर डाउन हो गया। सर्वर डाउन होने के कारण परीक्षार्थियोंको रिजल्ट देखने के लिए वेबसाइट को बार बार लॉग इन करना पड़ा। हालांकि कुछ देर में स्थिति सामान्य हो गयी। इसके बाद स्टूडेंट्स के रिजल्ट वेबसाइट से मिलने लगे। उधर रिजल्ट देखने के बाद स्टूडेंट्स का फोन घनघनाने लगा। स्टूडेंट्स एक-दूसरे से रिजल्ट की पुष्टि में लग गए। प्रिंसिपल से लेकर टीचर्स तक एक-दूसरे से फोन कर रिजल्ट की पुष्टि करने में जुट गए। जैसे उन्हें पता चला कि सीबीएसई ने बारहवीं का रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया है। इसके बाद स्कूल मैनेजमेंट ने अपने कर्मचारियों व अध्यापकों को बुला लिया और रिजल्ट देखने में जुट गए। उधर स्टूडेंट्स के साथ ही उनके पैरेंट्स भी रिजल्ट देखने को बेताब रहे। रिजल्ट देखते ही परीक्षार्थी खुशी से उछल पड़े। परीक्षाíथयों ने स्कीन शॉट लेकर एक-दूसरे को भेजना शुरू कर दिया और एक दूसरे को बधाई भी दी।

स्कूल में छाया रहा सन्नाटा

रिजल्ट देखने के बाद स्टूडेंट्स ने अपने पैरेंट्स व घर में बड़े लोगों का आशीर्वाद लिया। दूसरी ओर कोरोना महामारी के चलते इस बार स्कूल्स ने बच्चों को नहीं बुलाया। इसके चलते स्कूल्स में इस बार सन्नाटा छाया हुआ था। वहीं कुछ बच्चों ने अपने मोहल्ले के मंदिर में मत्था भी टेका। वहीं बड़े मंदिरों में दर्शन पूजन करने से बच्चे दूर ही रहे।

117 दिनों में जारी हुआ रिजल्ट

सीबीएसई की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई थी। हालांकि परीक्षा की शुरुआत वोकेशनल विषयों से हुई थी। दसवीं की परीक्षाएं 20 मार्च को व बारहवीं की परीक्षा 30 मार्च को समाप्त होने वाली थीं। वहीं कोरोना महामारी के चलते सीबीएसई ने 19 मार्च से 30 मार्च परीक्षाएं स्थगित कर दी। सीबीएसई से पहली जुलाई से अवशेष परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया था लेकिन अभिभावकों के विरोध के चलते सीबीएसई को शेष परीक्षाएं कराने का निर्णय भी वापस लेना पड़ा। इस बीच कोविड के चलते सीबीएसई ने शेष पेपर में औसत मा‌र्क्स के आधार पर रिजल्ट जारी करने का निर्णय लिया। इसके चलते इस बार इंटर के परीक्षार्थियों को रिजल्ट के लिए 117 दिन का लंबा इंतजार करना पड़ा। जबकि पिछले साल सीबीएसई परीक्षा के महज 26 दिनों के अंदर ही बारहवीं का रिजल्ट जारी करने में सफल रहा।

धुकधुकी पर लगी ब्रेक

कोविड-19 के प्रकोप के चलते बारहवीं के कई परीक्षार्थियों की पूरी परीक्षाएं नहीं हो सकीं। 20 परसेंट परीक्षाíथयों का तीन पेपर, 30 परसेंट परीक्षाíथयों का दो पेपर तथा 30 परसेंट परीक्षाíथयों के सिर्फ एक पेपर की परीक्षा नहीं हो सकी। ऐसे में इस साल कैसा रिजल्ट रहेगा। इसे लेकर परीक्षार्थी बहुत टेंशन में थे। हालांकि रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद ज्यादातर परीक्षार्थियों के मन से डर निकल गया। ज्यादातर चेहरे खिले नजर आए। वहीं कुछ के चेहरे लटके हुए थे। जाहिर है उन्हें एग्जाम में कामयाबी हासिल नहीं हो सकी। ऐसे स्टूडेंट्स को टीचर्स ने ढांढस बंधाया।

स्मार्ट फोन ने साइबर कैफे पर लगाया ब्रेक

स्मार्ट फोन का प्रचलन बढ़ जाने के कारण स्टूडेंट्स घर बैठे रिजल्ट देखने में जुट रहे। वह स्क्रीन शॉट लेकर आपस में एक-दूसरे को भेजना शुरू कर दिए। कोविड-19 के प्रकोप के चलते इस बार साइबर कैफे में भी बच्चे नहीं दिखाई दिए। इंटरनेट की प्रॉब्लम और सर्वर डाउन होने के बावजूद उन्होंने घर पर ही रिजल्ट देखना बेहतर समझा।

-स्कूल 90

-एग्जाम सेंटर 31

-रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स 15337

-अब्सेंट स्टूडेंट्स 188

-रिजल्ट परसेंट 82.27

-रिजल्ट परसेंट ब्वायज 80.10

-रिजल्ट परसेंट ग‌र्ल्स 85.27