- शासन से मिली हरी झंडी, चांदपुर इंडस्ट्रीयल इस्टेट में होगा निर्माण

- वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत निर्माण के लिए जमीन पहले से है चयनित

प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) को धीरे-धीरे गति मिलने लगी है। कोरोना के कारण बेपटरी हुए कारोबार को दिशा देने के लिए ओडीओपी में शामिल जिलों में शारीरिक दूरी का अनुपालन कराते हुए प्रशिक्षण समेत अन्य कार्य शुरू हो गए हैं। बनारस में चांदपुर औद्योगिक आस्थान में मंडल का पहला सीएफसी (कॉमन फैसिलिटी सेंटर या सामान्य सुविधा केंद्र) स्थापित होगा।

मंडल को पहला सीएफसी

बनारस में जमीन चिह्नित कर सर्वे का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया था। शासन से भी हरी झंडी मिल गई है। इस तरह मंडल का पहला सीएफसी अब बनारस में खुलेगा। जिले में में तीन और सीएफसी स्थापना के प्रस्ताव हैं। भदोही में सीएफसी स्थापना के लिए डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है। इस पर भी दस करोड़ रुपये खर्च होंगे। चंदौली में एक सीएफसी के निर्माण की डीपीआर को सैद्धांतिक स्वीकृत मिल चुकी है। डीएम के माध्यम से शासन को भेजा जाना है। मीरजापुर में एक सीएफसी के निर्माण का प्रस्ताव डीएम के माध्यम से शासन को जा चुका है।

सरकार से 90 फीसद अनुदान

सीएफसी स्थापित करने के लिए समूह से जुड़े उद्यमी आवेदन करते हैं। उद्योग विभाग मानक के तहत सर्वे करता है। प्रोजेक्ट की जांच-पड़ताल के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से डीपीआर शासन को भेजी जाती है। शासन से स्वीकृति के बाद इसकी स्थापना होती है। राज्य सरकार की ओर से 90 फीसद अनुदान दिया जाता है। शेष समूह को खर्च करना होता है।

सीएफसी में मिलेगी ये सुविधाएं

- सीएफसी में डिजाइ¨नग की मशीन, टे¨स्टग लैब, कल¨रग, डिजिटल प्रिं¨टग आदि की सुविधाएं होंगी।

- स्थापित करने वाले उद्यमी को तो फायदा मिलेगा ही, छोटे-छोटे कारोबारी भी शुल्क देकर सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।

- इस कार्य के लिए उन्हें दूरदराज के जिलों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

- इस केंद्र में जो भी सुविधाएं होंगी वह अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत उपलब्ध होंगी।

सीएफसी का निर्मा!ा सभी जिले में होना है। बनारस में स्थापित होने जा रहा है। ओडीओपी को इससे नई दिशा मिलेगी। उद्यमियों को इस केंद्र से तकनीकी सपोर्ट मिलेगा, साथ ही बहुत कुछ नई जानकारियां भी मिलेंगी। उठपाद के सृजन में लागत कम आएगी, मुनाफा बढ़ेगा.'

-उमेश कुमार सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर, इंडस्ट्रीज

ओडीओपी में जिलेवार चयनित उत्पाद

बनारस बनारसी रेशमी साड़ी

मीरजापुर कालीन

चंदौली जरी जरदोजी

जौनपुर ऊनी कालीन दरी

गाजीपुर जूट वॉल हैं¨गग

भदोही कालीन (दरी)

सोनभद्र कालीन

मूलभूत सुविधाओं की कमी

चांदपुर औद्योगिक आस्थान में लगभग 140 फैक्ट्रियां हैं। इसमें कृषि यंत्र, बेकरी, काला पंखा, ग्लास, बीड्स, केमिकल व इंजीनिय¨रग आदि के कारखाने हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सड़क का निर्माण हो रहा है, लेकिन स्थिति बहुत खराब है। जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। सुरक्षा के मुकम्मल प्रबंध भी नहीं हैं।