- चेतगंज में अवैध रूप से निर्मित छह मंजिल मकान का ध्वस्तीकरण मंगलवार को फिर शुरू
- मजदूरों ने न तो हेलमेट पहन रखा था और न ही लाइफ जैकेट
- ध्वस्तीकरण के दौरान सड़क पर लगा जाम, पब्लिक रही परेशान
::: प्वांइटर :::
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मंजिल ही तोड़ी जा सकी पूरे दिन भर की कार्रवाई में
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फरवरी को अवैध भवन की पहली मंजिल को कराया था ध्वस्त
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बजे सुबह से शाम छह बजे तक चली ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
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मजदूरों की मदद से दो मंजिल को ध्वस्त किया गया
वीडीए ने चेतगंज वार्ड के सरायगोवर्धन में निर्मित छह मंजिल अवैध निर्माण के बचे हुए हिस्से को ध्वस्त करने की कार्रवाई मंगलवार को फिर शुरू कर दी। सुबह 11 से शाम छह बजे तक चली ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में दो मंजिल ही तोड़ी जा सकी। पूरी कार्रवाई में अबतक तीन मंजिल ही वीडीए गिरा पाया है। हालांकि इस दौरान सबसे मुख्य बात जो देखी गई वह यह कि वीडीए की ओर से सेफ्टी प्वाइंट को नजरअंदाज किया गया। ऐसे में किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के चलते पब्लिक परेशान रही। रास्ता वन-वे होने के कारण कई बार जाम लगा।
यह है पूरा मामला
चेतगंज-नई सड़क मार्ग पर कायदे-कानून को ताक पर रखकर सैय्यद सिब्ते हसन उर्फ परवेज मेहंदी ने छह मंजिल भवन बना लिया है। वीडीए ने ध्वस्तीकरण आदेश पारित करते हुए इस अवैध भवन को तोड़ने की 10 फरवरी को शुरुआत की। पहले दिन केवल ऊपरी मंजिल को ध्वस्त करते हुए खिड़कियां व दरवाजे निकालते हुए पूरे भवन को वीडीए ने अपने कब्जे में ले लिया था। अगले दिन पौष पूíणमा होने के नाते फोर्स नहीं मिली, जिससे वीडीए ने ध्वस्तीकरण को रोक दिया। मंगलवार को फिर से फोर्स मिली तो वीडीए की टीम मौके पर ढहाने पहुंच गई।
मजदूरों की सेफ्टी का इंतजाम नहीं
मंगलवार की सुबह से लेकर शाम छह बजे तक चली कार्रवाई में वीडीए ने 12 मजदूरों की मदद से दो मंजिल को ध्वस्त किया, लेकिन इस दौरान वीडीए ने मजदूरों की सेफ्टी के लिए कोई इंतजाम नहीं किया था। ग्रीन नेट भी नहीं लगाया गया था। मजदूरों ने न तो हेलमेट पहन रखा था और न ही लाइफ जैकेट।
जाम और बिजली कट से हुई परेशानी
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान क्षेत्र की बिजली काट दी गई थी। इसके अलावा रास्ते को वन-वे कर दिया गया था। इसके चलते दिनभर क्षेत्रीय लोगों को काफी परेशानी हुई। जेई सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि छह मंजिल में से तीन मंजिल को ढहा दिया गया है। बाकी हिस्से को बाद में ढहाया जाएगा। इस दौरान पूरे इलाके की बिजली काटी गई थी। सहयोग के लिए नगर निगम, पुलिस व टै्रफिक विभाग भी मौजूद रहा।
::: कोट :::
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में होती है। आम लोगों की सेफ्टी का ध्यान रखा गया था। ध्वस्तीकरण के दौरान रास्ता बंद कर दिया गया था। वीडीए के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।
-परमानंद यादव, सहायक सचिव वीडीए