- थाना चौबेपुर के मिश्रपुरा का मामला, एक साल से तहसील और थाने का चक्कर लगा रहा पीडि़त

- तहसील से थाने और थाने से तहसील पर भेजते हैं जिम्मेदार

- पीडि़त ने थक हार कर एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार

आम हो या खास न्याय के लिए सभी का भरोसा पुलिस-प्रशासन पर होता है। हालांकि बारबार उनके दरबार में फरियाद लगाने के बाद भी न्याय ना मिलने पर यह भरोसा उठने भी लगता है। एक ऐसा ही मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिल रहा है। मामला चौबेपुर थाना क्षेत्र के मिश्रपुरा का है। यहां के रहने वाले प्रभाकर मिश्र का कहना है कि प्रार्थी के सरसौला में भूमिधर पर काबिज है। करीब एक साल पहले उक्त भूमि की पैमाइश हलका लेखपाल और जाल्हूपुर पुलिस चौकी द्वारा कराया गया था, लेकिन जब भी पीडि़त बाउंड्री लगाने जाता है तो गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उसे रोक दिया जाता है। इसके लिए एक साल से तहसील और थाने का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन आजतक केवल आश्वासन ही मिला।

पीडि़त का कहना है कि न्याय की आस में एक साल में करीब तीन सौ बार थाने और तहसील का चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन आज तक न्याय नहीं मिला। पीडि़त का कहना है कि जिम्मेदारों के इस रवैये को देखते हुए अब तो कानून से भरोसा भी उठने लगा है। पीडि़त ने इस मामले में एसएसपी को शिकायतीपत्र देकर न्याय की मांग की है।

:: कोट:::

पीडि़त को न्याय मिले यह मेरा प्रयास रहता है। फिलहाल मुझे इस प्रकरण की जानकारी नहीं है। संबंधित चौकी प्रभारी से मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।

आस्था जायसवाल, आईपीएस, प्रभारी चौबेपुर थाना