-बनारस में कचहरी और मिर्जापुर पेट्रोल पम्प पर हाल ही मिल चुका है ग्रेनेड

-खून-खराबे के मकसद से आतंकी या नक्सलियों पर रखने की आशंका

-प्रदेश के कई शहरों में भी ग्रेनेड मिलने से पुलिस की उड़ी नींद

VARANASI

चंदौली के पेट्रोल पम्प पर कुछ दिनों पहले एक हैंड ग्रेनेड मिलने से सनसनी फैल गयी। ये कुछ जला हुआ था। अगर फट जाता तो बड़ा हादसा होता। बड़ा इलाका आग की चपेट में होता। सैकड़ों जानें खतरे में होतीं। कुछ महीने पहले बेहद भीड़भाड़ वाली बनारस कचहरी कैम्पस के एक कोने में पड़े हैंड ग्रेनेड ने दहशत फैला दी थी। गनीमत रही कि धमाके से पहले ही लोगों की नजर उस पर पड़ गयी और उसे हटा दिया गया। सिर्फ यही नहीं यूपी के कई अन्य शहरों में भी हैंड ग्रेनेड बरामद होने की खबर ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। ये ग्रेनेड कहां से आ रहे हैं और उन्हें कौन रख जा रहा है किसी को पता नहीं है लेकिन इससे बनारस भी महफूज नहीं है इसका एहसास होते रुह कांप जा रही है। किसी खतरे को टालने के लिए पुलिस अलर्ट है। उसने पब्लिक को अवेयर भी करना शुरू कर दिया है।

आतंकी हैं या नक्सली

गेंद की शक्ल सा नजर आने वाला ग्रेनेड बड़ा नुकसान कर सकता है। इसमें धमाका हुआ तो कुछ मीटर की दूरी में तबाही मचा देगा। इसकी जानकारी उन दहशतगर्दो को है जिनके पास ये मौजूद है। खून-खराबे के मकसद से इसे ऐसी जगहों पर रखा जा रहा है जहां तबाही का मंजर ला देगा। इसे रखने वाले अभी तक अदृश्य हैं। जो ग्रेनेड अभी तक बरामद हुए हैं उनका इस्तेमाल सेना करती है। कई बार सामने आया है कि देश में मौजूद आतंकी संगठन सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने कई खतरनाक हथियारों के साथ हैंड ग्रेनेड भी हासिल कर चुके हैं। तबाही के एक मकसद की वजह से आतंकियों का कनेक्शन नक्सलियों से हो चुका है। जिनसे पास भी सेना का हथियार समेत हैंड ग्रेनेड पहुंच चुका है। पुलिस का अनुमान है कि खून-खराबे के मकसद से आतंकी या नक्सली ही इसे जगह-जगह रख जा रहे हैं। गनीमत है कि इसकी वजह से अब तक कोई हादसा नहीं हुआ है।

मंडरा रहा खतरा

-इंटेलिजेंस के मुताबिक हैंड ग्रेनेड रखने वाले टेरेरिस्ट ग्रुप का मकसद बेहद खतरनाक है। इंसानियत के दुश्मन शहर में बर्बादी करना चाहते हैं

- पुलिस की चौकसी की वजह से बड़ा विस्फोटक लगाना कहीं आसान नहीं है

-हैंड ग्रेनेड को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है और नुकसान भी बड़ा होता है

-ग्रेनेड को ऐसे लोगों के जरिए पहुंचाया जा रहा है जिनका कोई रिकॉर्ड पुलिस के पास ना हो।

-हर वक्त टूरिस्ट्स से पटे रहने वाले शहर में अनजान चेहरों पर कोई खास ध्यान नहीं देता है इसलिए खतरा बड़ा है

दहशत फैलाना इनका मकसद

- बनारस का कनेक्शन पूरी दुनिया से है। तमाम देशों के टूरिस्ट्स यहां आते हैं।

- पीएम नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से भी यह शहर पूरी दुनिया की निगाहों में आ गया है।

- यहां पर हुआ कोई हादसा पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनेगा। दहशतगर्दो का मकसद यही है।

-बनारस के पड़ोसी जिले आजमगढ़, जौनपुर में आतंकी गुटों की गहरी पैठ की बात समय-समय पर सामने आती रही है।

- पड़ोस के अन्य जिले मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र नक्सल प्रभावित हैं। यहां भी ग्रेनेड का इस्तेमाल दहशत फैलाने के लिए किया जा सकता है

आप रहें alert

-किसी भी लावारिस वस्तु को हाथ ना लगाएं

-बच्चों को समझाएं कि वो कोई लावारिस सामान को टच न करें

-बच्चे मैदान में खेलने जा रहे हैं तो भी उन्हें किसी अनजान वस्तु से दूर रहने को कहें

-कोई संदिग्ध सामान या व्यक्ति नजर आए तो उसकी जानकारी पुलिस को दें

शहर बिल्कुल सुरक्षित है। पुलिस शहरवासियों की सुरक्षा में पूरी तरह से मुस्तैद है। शहर की शांति को खतरा पैदा करने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

राजेश यादव

एसपी सिटी