-सीएम योगी ने डीआरडीओ द्वारा 750 बेड के बनाये गये कोविड अस्पताल का किया निरीक्षण

-कोरोना महामारी के सेकंड वेव का मुकाबला पूरा देश कर रहा है-योगी आदित्यनाथ

-ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट के महामंत्र को अपना कर उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राप्त की सफलता, प्रदेश में बढ़ा रिकवरी रेट

-तीसरी लहर में है बच्चे, 4 से 100 के बीच बच्चों के पीडियाट्रिक बेड करें तैयार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान बीएचयू के एम्पी थिएटर मैदान में डीआरडीओ द्वारा 750 बेड के बनाये गये कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने सेंट्रल हॉल सभागार में वाराणसी मंडल के अधिकारियों से कोरोना महामारी से निपटने के लिए अब तक किए गए और आगे किए जा रहे तैयारियों की विस्तार से समीक्षा किया। प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए सीएम ने कहा की कोरोना महामारी के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेकंड वेव का मुकाबला पूरा देश कर रहा है। जो मंत्र कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सभी राज्यों को ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट का दिया गया है, उसको अपना कर उत्तर प्रदेश सरकार ने काफी हद तक सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि 30 मई को उत्तर प्रदेश में कुल एक्टिव केस 3,10,000 रहे। जो रविवार को घटकर 2,33,000 हो गए हैं। यानी 8 दिन में कुल 77000 एक्टिव केस कम हुए हैं। प्रदेश में सर्वाधिक पॉजिटिव केस 24 अप्रैल को 38,000 आए थे, जो अब धीरे-धीरे घटकर 23,000 पॉजिटिव केस पर आ गए हैं। प्रदेश में पॉजिटिविटी घटी है और रिकवरी रेट बढ़ा है। बावजूद इसके बीएचयू में बनकर तैयार अस्थायी कोविड हॉस्पिटल लोगों को राहत पहुंचाने में संजीवनी से कम नहीं होगा। इससे आसपास के जिलों को भी बड़ी राहत मिलेगी। कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश की तरह जिले स्तर पर टीम नाइन का गठन किया गया है। साथ तीसरी लहर के लिए पीडियाट्रिक बेड भी तैयार करने का प्लान बनाया गया है।

आसपास के जिलों के लोगों को बड़ी राहत

सीएम योगी ने कहा की 750 बेड के डीआरडीओ की मदद से बनाये गए अस्थायी अस्पताल में 250 बेड वेंटीलेटर के हैं। वाराणसी के साथ ही आसपास के जिलों के लोगों को बड़ी राहत होगी। यहां आर्मी मेडिकल कोर के साथ ही बीएचयू, स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी स्वास्थ्यकíमयों के अलावा अन्य संसाधनों को समन्वय स्थापित कर मुहैया कराया जाएगा।

महामारी का मुकाबला सभी के सहयोग से

सीएम ने कहा कि पूरे देश में ऑक्सीजन आपूíत के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस व इंडियन एयर फोर्स के विमान का इस्तेमाल ऑक्सीजन आपूíत में किया जा रहा है। इससे कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में सभी राज्यों को सुगमता हुई है। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ा, उसी तेजी से ऑक्सीजन की भी डिमांड बढ़ी। 1000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूíत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है। महामारी का मुकाबला सभी के सहयोग से किया जा रहा है। सरकार महामारी का मुकाबला मजबूती से कर रही है। इसके लिए हर स्तर पर संसाधन भी बढ़ाए जा रहे हैं। टीकाकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो स्वदेशी वैक्सीन अभी फिलहाल लग रही है और तीसरी वैक्सीन के लिए भी सहमति मिल गई है। यूपी में 45 से अधिक उम्र के 1.37 करोड़ को वैक्सीन दी जा चुकी है जबकि 18 से अधिक उम्र वाले भी एक लाख से अधिक लोग टीका लगवा चुके हैं। 4500 से अधिक केंद्र भी टीकाकरण के बनाए गए हैं। कहा कि बनारस चिकित्सा के क्षेत्र में हब है। पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार के लोग चिकित्सा सुविधा यहां प्राप्त करते हैं।

कोरोना हारेगा और देश जीतेगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के सेकंड वेव को रोकने के लिए किये गये कार्यो की सार्थकता दिखाई दे रही है। पॉजिटिविटी घटी है और रिकवरी दर बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने जन सामान्य से अपील की कि वह बिना वजह अपने घरों से बाहर न निकलें और अपने घरों में ही सुरक्षित रहें। जरूरत पड़ने पर घरों से बाहर निकलने पर हर व्यक्ति कोविड नियम का पालन करे। चेहरे पर मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हालत में करें। हाई रिस्क कैटेगरी के लोग घरों से बाहर कतई न निकलें। वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराएं और वैक्सीन अवश्य लगवाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना हारेगा और देश जीतेगा।

एक से 8 मई के बीच 77000 एक्टिव केस कम

इसके पहले बीएचयू के सेंट्रल हॉल सभागार में वाराणसी मंडल के अधिकारियों के साथ कोरोना महामारी से निपटने के लिए अब तक किये गये एवं आगे किए जाने वाले तैयारी के संबंध में विस्तार से समीक्षा किया। सीएम ने कहा कि 01 से 8 मई के बीच 77000 एक्टिव केस कम हुए हैं, इस तरह हम कोविड पर नियंत्रण पाने में सफल हुए हैं, लेकिन अभी भी लापरवाह नहीं होनी चाहिए। पंचायत चुनाव के पश्चात गांव-गांव में संक्रमण न फैले। इसके लिए निगरानी समितियों द्वारा घर-घर गहन स्क्रीनिंग करने के अलावा कोविड लक्षण वालों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराया जा रहा है। उनके परिजनों की भी स्क्रीनिंग हो उनकी लिस्ट बनाकर आरआरटी को उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि गांव में पंचायत भवन, विद्यालय आदि को कोरेंटिन सेंटर बनाया जाए। उसमे पाजिटिव मरीजों को रखकर उसकी जिम्मेदारी निगरानी समिति को दें और डाक्टर उनका हालचाल लेते रहें। उनके खाने की व्यवस्था भी करनी होगी।

जिला स्तर पर टीम 9 की तर्ज पर अलग-अलग टीम

सीएम ने कहा कि हर हाल में जनहानि को रोकना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। प्रदेश स्तर के अनुसार हर जिला स्तर पर टीम 9 की तर्ज पर अलग-अलग टीम को अलग-अलग प्रकार की जिम्मेदारी देने की कार्रवाई की जाय। एक टीम मैनपावर और वैक्सिनेशन का कार्य देखेगी, एक टीम होम आइसोलेशन मेडिकल किट के साथ ही रेमडीसीविर और अन्य दवाओं, एम्बुलेंस को देखेगी, एक टीम जो नये प्लांट लगने हैं, वेंटिलेटर फंक्शनल है या नहीं आदि देखने का कार्य करेगी, एक टीम ऑक्सीजन के आपूíत और उसके ऑडिट और होम आइसोलेशन में भी रहने वालों को ऑक्सीजन मिले इसकी व्यवस्था देखेगी, एक टीम कन्टेनमेंट जोन, करोना कफ्र्यू की कार्यवाही, एक टीम स्वच्छता सेनिटाइजेशन निगरानी समिति, अंत्येष्टि स्थल, एक टीम क्वारंटीन सेंटर, प्रवासी कामगार और कम्युनिटी किचन के कार्य को देख रही है।

तैयार करना पड़ेगा पीडियाट्रिक बेड

सीएम योगी ने कहा कि थर्ड वेव भी आएगी। उसका टारगेट बच्चे हो सकते हैं, इसकी भी तैयारी होनी चाहिए। बड़े जिलों में 04 से 100 के बीच बच्चों के पीडियाट्रिक बेड तैयार करना पड़ेगा और मैनपावर को बढ़ाना पड़ेगा। इसके लिए एक्स सíवसमैन, रिटायर्ड या नए लोगों जो मेडिकल के फोर्थ ईयर के छात्र हैं। ट्रेनिंग देकर फोन की सेवाएं ले सकते हैं उनका मानदेय तय कर दिया गया है। एंबुलेंस की व्यवस्था त्वरित रखते हुए रेट निर्धारित कर दिया जाए। यदि अधिक रेट लें तो एंबुलेंस सीज कर दी जाए। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं। ऑक्सीजन की आपूíत और ऑडिट किया जाए, जिससे प्राइवेट अस्पताल आवश्यकता से अधिक ऑक्सीजन की मांग न कर सकें। यह ऑडिट प्रतिदिन सुबह 8 बजे तथा शाम को 4 बजे किया जाए। इसके साथ ही हर अस्पताल द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को फंक्शनल कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिया जाए। भर्ती मरीजों की जानकारी उनके तीमारदारों को दिन में एक बार अवश्य बताया जाए। अंत्येष्टि स्थल पर लावारिस लाशों का दाह संस्कार, कफन की व्यवस्था आदि ग्राम प्रधान निधि व स्थानीय निकाय निधि से कराया जाना चाहिए। कंटेनमेंट जोन में पुलिस द्वारा शक्ति की जाए।

बैठक में ये रहे शामिल

बैठक में मंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी, मंत्री रविंद्र जायसवाल, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, एडीजी बृजभूषण, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, डीआईजी एसके भगत, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, डीआरडीओ के अधिकारी सहित अन्य विभागीय एवं स्वास्थ विभाग के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।