- रामनगर की घटना, सरकारी अस्पताल पहुंचे युवक के सिर पर कंपाउंडर ने गिट्टी लगी होने की बात कहकर बांध दी पट्टी

कोरोना काल में डाक्टरों की सेवा की खूब तारीफ हो रही है। अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना पॉजिटिव का इलाज किया, लेकिन शनिवार को रामनगर में एक ऐसा मामला सामने आया, जो शर्मसार करने वाली है। रामनगर के युवक के सिर में गोली लगी थी, लोग उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे। जहां मौजूद कंपाउंडर ने यह कहकर मरहम पट्टी कर दी कि सिर में गिट्टी धंसी है।

27 दिसंबर को मारी गोली

चंदौली के चकिया निवासी संतोष यादव को 27 दिसंबर की रात कुछ लोगों ने सिर में गोली मारकर साहूपुरी इलाके में फेंक दिया था। कुछ ग्रामीणों ने उसे देखा और अलीनगर पुलिस को फोन किया। पुलिस ने घायल संतोष को अलीनगर के राजकीय महिला अस्पताल पहुंचाया। वहां उस समय सिर्फ कंपाउंडर था। घायल को देखकर उसने बताया कि सिर में गिट्टी धंस गई है और दवा लगाने के बाद पट्टी बांध दी। इस बीच संतोष की हालत खराब होने लगी तो उसे बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। वहां सीटी स्कैन होने पर पता चला कि सिर में गोली धंसी है। यह सुनते ही परिवार के लोग सन्न रह गए।

पत्‍‌नी ने की कार्रवाई की मांग

संतोष की पत्नी गीता यादव ने इसके बाद रामनगर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। गीता के मुताबिक संतोष मौजूदा समय में साहित्यनाका में रहता है। उसने जमालपुर में बच्चों को पढ़ाने के लिए कोचिंग खोली है। 27 दिसम्बर की रात आठ बजे कोचिंग बंद कर घर लौट रहा था, तभी चारपहिया वाहन सवारों ने उसे उठा लिया। इसके बाद यह घटना हुई। उधर संतोष का ट्रॉमा सेंटर में 12 जनवरी तक इलाज चला और फिर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। संतोष का कहना है कि उसे जमीन के विवाद के चलते गोली मारी गई।

एक घटना में तीन थानों का चक्कर

संतोष की पत्नी गीता को न्याय के लिए तीन थानों का चक्कर काटना पड़ रहा है। बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती होने के दौरान गीता ने लंका थाने पर तहरीर दी। लंका पुलिस ने घटनास्थल अलीनगर थाना बताया। जब अलीनगर थाने गई तो वहां की पुलिस ने रामनगर का मामला बता दिया। अब रामनगर पुलिस इस घटना से इनकार कर रही है।