- खुद को रजिस्टर्ड अधिवक्ता बताता है गिरफ्तार आरोपी

- पिछले साल अपने घर में हुई हत्या में भी शामिल होना किया कबूल

खुद को अधिवक्ता बताने वाले असलहा तस्कर और 15 हजार के इनामी अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस को कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कैंट रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने जा रहा था। पुलिस ने उसे सीजेएम की अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। शहर में हाल में हत्या के प्रयास और असलहा तस्करी के कई मामलों में पुलिस को आरोपी की तलाश थी।

हत्या का राज खोला

पिछले महीने पकड़े गए शातिर असलहा तस्करों से पूछताछ में पुलिस को आरोपी के बारे में पता चला था। इसके बाद से ही उसकी तलाश हो रही थी। पकड़े गए आरोपी ने कबूल किया कि वह मुंगेर से असलहे मंगाकर शहर के कई आपराधिक गिरोहों को सप्लाई करता था। पूछताछ में एक और खुलासा हुआ। आरोपी ने बताया कि कैंट स्थित उसके घर पर पिछले साल हुई भभुआ के पिंकू अंसारी की हत्या भी उसने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। इससे पहले 2014 में भी उसने रामनगर में छात्रनेता विवेक सिंह कट्टा पर फायर किया था मगर वह बच निकला था।

हनी गिरोह का भी रहा है करीबी

कैंट इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय और क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी शातिर अभिषेक सिंह उर्फ हनी गैंग का भी करीबी रहा है। उसके खिलाफ रामनगर, कैंट और सारनाथ थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। वारदात से पहले वह कुछ दिनों तक कचहरी में वकील बनकर घूमता रहता था ताकि पुलिस पर दबाव बनाया जा सके। गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसआई राकेश सिंह, सुमंत सिंह, रामभवन यादव, पुन्देव सिंह, चन्द्रसेन सिंह, कुलदीप सिंह आदि थे।