-काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव को लेकर शुरू हुई टकराहट, पुत्र को राजनीति में स्थापित करने को पिता ने लहराये असलहे

-असलहे की मुठिया से मास कॉम के छात्र का फोड़ा सिर, सिगरा थाना में दर्ज हुआ मुकदमा

बेटे को राजनीति की पाठशाला में दाखिला दिलाने के लिए बाप बंदूकबाज बन गया। बीच कैंपस में असलहा लहराया। एक छात्र का असलहे की मुठिया से सिर तक फोड़ दिया। ये मामला बुधवार को काशी विद्यापीठ का है। बेटे को छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा रहे एक पिता ने दोपहर में कैंपस के समाजकार्य चौराहे पर मास कॉम थर्ड इयर के एक छात्र पर असलहा तान दिया। आरोप है कि असलहे की मुठिया से छात्र की पिटाई भी की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को हिरासत में ले लिया। छात्र ऋषभ राय की तहरीर पर सिगरा पुलिस ने चार छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।

सीसीटीवी फुटेज में कैद है घटना

बीए सेकेंड ईयर के छात्र ऋषभ राय ने आरोप लगाया कि सौरभ सिंह, मनोज दुबे, सिद्धार्थ उपाध्याय उर्फ गुरू, आरव सिंह गालियों देते हुए मारने-पीटने लगे। बीच बचाव को एमजेएमसी थर्ड सेमेस्टर का स्टूडेंट अमित सिंह आगे आया तो उसे भी पीटने लगे। कुछ छात्रों का आरोप है कि इसी बीच समाजकार्य चौराहे पर सौरभ सिंह के पिता भी आ धमके और असलहा लहराने लगे। छात्रसंघ अध्यक्ष की दावेदारी की तैयारी में लगे सौरभ सिंह के पक्ष में प्रचार करने का दबाव देकर असलहे की मुठिया से अमित के सिर पर प्रहार भी किया। छात्रों का यह भी आरोप था कि पिता ने फायर भी किया लेकिन गोली मिस कर गई। कैंपस में आसपास लगे छात्रों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाए तो असलहा लहराते आदि घटनाक्रम की तस्वीर साफ हो जाएगी।

घटना में मूकदर्शक रहे सुरक्षाकर्मी

कैंपस में हुए इस बवाल के दौरान सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहे। लेकिन मूकदर्शक बने रहे। किसी की हिम्मत नहीं हुई आगे आकर बीच बचाव कर सके। सूचना पर पहुंची विद्यापीठ पुलिस चौकी ने पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर सिगरा थाना पहुंची। देर शाम तक थाना पर पूर्व छात्रनेताओं का जमावड़ा रहा। ऋषभ राय की तहरीर पर आरोपी चार छात्रों पर मारपीट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो पिता की लाइसेंसी असलहे को पुलिस ने जब्त भी किया है।

प्रॉक्टोरियल बोर्ड फेल

काशी विद्यापीठ में पिछले कई दिनों से छात्रों का गुट आपस में टकरा रहा है। चुनावी रंजिश में आए दिन मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। बाहरी व आपराधिक प्रवृत्ति के युवकों का कैंपस में जुटान हो रहा है। प्राक्टोरियल बोर्ड की आंखों के सामने पूर्व छात्र नेताओं व मठाधीश कैंपस में नारेबाजी करते हुए दिख रहे हैं। लेकिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड कार्रवाई करने में फेल साबित हो रही है।