-जनपद के सभी थानों और चौकियों पर यूपी कॉप ऐप के प्रचार को मिल रहा जोर थानों में फरियाद सुनने के बाद कराया जा रहा ऐप डाउनलोड
आनलाइन एफआईआर में बनारस काफी पीछे है। हर फरियादी के थाने आने से उसकी समस्या भी बढ़ती है साथ ही पुलिस का काम भी सुचारू रूप से नहीं हो पाता है। पब्लिक को सहूलियत देने की नियत से अब थाने आने वाले हर फरियादी को मोबाइल ऐप यूपीकॉप के बारे में जानकारी दी जा रही है। साथ ही सीसीटीएनएस स्टाफ उन्हें ऐप डाउनलोड भी करा रहा है।
बहुत काम है ऐप
साइबर क्राइम की घटनाएं अपने शहर में रोजाना हो रही हैं। साइबर की घटनाओं में 48 घंटे के अंदर शिकायत दर्ज कराने पर आरोपी के हत्थे चढ़ने की चांसेज अधिक होती है। बशर्ते, पीडि़त कई दिनों तक थाना-थाना चक्कर लगा देते है और आरोपी बच निकलता है। हालांकि यूपी कॉप ऐप के माध्यम से साइबर की शिकायत चंद मिनट में ही दर्ज होती है और झटपट आरोपी को दबोचा भी जा सकता है। यूपी कॉप मोबाइल एप पर ई-सुरक्षा के लिए पूरी गाइडलाइन भी उपलब्ध है। इसमें एटीएम कार्ड, वन टाइम पासवर्ड, फर्जी फोन कॉल के जरिए होने वाले फ्रॉड से सचेत रहने की जानकारियां मिल रही है।
डेंजर जोन की जानकारी
सबसे खास बात है कि यूपी में आप कहीं भी सफर पर हैं तो फिर यह यूपी कॉप ऐप आपको डेंजर जोन वाले इलाकों से भी सचेत करेगा। इसके अलावा, किसी तरह की सूचना पुलिस से साझा करने का विकल्प भी इस पर है। थाने का पता और रास्ता भी यह ऐप बताएगा। इनामी बदमाशों, जिला बदर अपराधियों और गुंडा एक्ट के मामलों की लिस्ट भी ऐप पर अवेलेबल है। थाना, सीओ या एसएसपी के मोबाइल नंबर भी इस मौजूद हैं।
एक बटन पर सुविधाएं तमाम
-पुलिस से संबंधित कुल 27 जनोपयोगी सुविधाएं हासिल करने के लिए लोगों को थानों के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
-नौकरों का सत्यापन
-चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन
-करने वाले का सत्यापन
-धरना-प्रदर्शन, समारोह और फिल्म शूटिंग के लिए अनुमति भी लीजिए इस ऐप से
-वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों को भी सहायता उपलब्ध कराया जा रहा
-पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मिसबिहेव की रिपोर्ट
-लावारिस लाश, गुमशुदा की तलाश, चोरी की गई और बरामद हुई गाडि़यों की जानकारी मिलेगी
-कोई भी सेकेंड हैंड वाहन खरीदना चाहता है तो इस ऐप के माध्यम से यह भी पता चल जाएगा कि सम्बन्धित वाहन चोरी का तो नहीं है
यूपीकॉप ऐप का रिस्पांस काफी है, जो पब्लिक में काफी लोकप्रिय भी हो रहा है। ऐप के माध्यम से लोगों की राह आसान हुई तो अमूल्य समय भी बच रहा है।
आनंद कुलकर्णी, एसएसपी