10 दिन हैं रिस्की

सात नंवबर से लेकर 17 नवंबर तक एक के बाद एक होने वाले कई फेस्टिवल्स पुलिस को परेशान किए हुए हैं। इन त्योहारों में सबसे कॉमन बात ये है कि सारे त्योहार और आयोजन बनारस की शान कहे जाने वाले घाटों पर हैं। सात नंवबर को लक्खी मेले के रूप में पहचान बना चुके नाथ-नथैया का आयोजन तुलसीघाट पर होना है। इस आयोजन में लाखों की तादाद में लोग जुटते हैं। इसके अलावा आठ और नौ अक्टूबर को बनारस के घाट, कुंड और तालाबों पर डाला छठ का पर्व मनाया जायेगा। इस आयोजन में अस्सी से लेकर राजघाट तक के सभी घाटों पर लाखों की भीड़ जुटती है। इसके अलावा 13 से लेकर 16 नंवबर तक रविदास घाट पर होने वाले गंगा महोत्सव में सिर्फ बनारस ही नहीं बल्कि देश-विदेश के सैलानी समेत कई नामचीन हस्तियां भी शिरकत करती हैं। वहीं 17 अक्टूबर को सिटी का सबसे बड़े फेस्टिवल देव दीपावली का ग्रैंड आयोजन भी है। जिसे देखने के लिए देश-विदेश से भी लाखों लोग घाटों पर जुटते हैं।

क्या होगा राम जाने

सात से लेकर 17 नवंबर तक होने वाले आधा दर्जन से ज्यादा आयोजन और त्योहार पुलिस को इसलिए भी परेशान किए हुए हैं क्योंकि पिछले दिनों घाट के रास्ते आतंकियों के शहर में आने का अलर्ट खुफिया एजेंसियों ने जारी किया था। इस अलर्ट के बाद पुलिस की ओर से सिटी के मेन घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी किए जाने की बातें कहीं गई थी। जिसके तहत दशाश्वमेध से लेकर अस्सी घाट तक के नाविकों को पुलिस मित्र बनाने, घाटों पर सीसी कैमरे और डोर फ्रेम मेटल डिक्टेक्टर लगाने के अलावा दिन में कम से कम दो बाद एंटी सैबोटॉज टीम से घाटों की सुरक्षा व्यवस्था को चेक कराने के आदेश अधिकारियों ने दिए थे लेकिन ये आदेश अब तक कागजों में ही कैद हैं। इसलिए आने वाले दस दिनों के अंदर पड़ रहे त्योहार पर ये पुलिसिया चूक ज्यादा रिस्की साबित हो सकती है।

- सात नवंबर को तुलसीघाट पर है नाग नथैया

- आठ और नौ नवंबर को सिटी के घाटों, तालाओं और कुंडों पर मनाया जायेगा डाला छठ

- 13 से 16 नवंबर तक रविदास घाट पर होगा गंगा महोत्सव का आयोजन

- 17 नवंबर को घाटों पर उतरेंगे देव और मनेगी देव दीवाली

- इस बीच 15 नवंबर को पड़ रहा मोहर्रम भी लेगा पुलिस का इम्तिहान

- पुलिस का आंकलन है कि नाग नथैया में उमड़ेगी एक लाख से ज्यादा की भीड़

- डाला छठ पर अस्सी और दशाश्वमेध घाट पर हो सकती है एक से डेढ़ लाख की भीड़

- गंगा महोत्सव में भी हजारों लोगों के जुटने की पूरी है संभावना

- देव दीपावली पर दो से तीन लाख लोगों के घाट पर उतरने की है उम्मीद

घाट पर है आतंकी साया!

सात से 17 नवंबर तक होने वाले आयोजन और त्योहारों को लेकर पुलिस इसलिए ज्यादा परेशान है क्योंकि पिछले दिनों पुलिस को घाट पर आंतकी हमलों की आशंका के कई अलर्ट मिले हैं। चूंकि सारे आयोजन घाटों पर ही होने है। इसलिए पुलिस की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। हालंाकि डीआईजी ए सतीश गणेश इन आयोजनों और त्यौहारों पर पुलिस की मौजूदगी चप्पे-चप्पे पर होने की बात कह रहे हैं लेकिन क्या ये वास्तव में हो पायेगा और पुलिस अपनी ड्यूटी सही से निभायेगी। ये तो आने वाले त्योहारों के दौरान शहर में भीड़ के आने के बाद उनकी सुरक्षा इंतजामों को देखने के बाद ही पता चलेगा।

है तैयार हम

हालांकि पुलिस इन आयोजनों और त्योहारों के दौरान अपनी ओर से पूरी तरह टाइट होने की बात कह रही है। पुलिस की ओर से आने वाले त्योहारों को लेकर क्या है अरेंजमेंट बता रहे हैं एसपी सिटी राहुल राज

- नाग नथैया के लिए तुलसी घाट पर पीएसी के अलावा आरएएफ और लोकल पुलिस रहेगी मौजूद

- छतों से भी होगी निगरानी

- डाला छठ के दौरान घाटों, कुंडों और तालाबों को बांटा गया तीन भाग में

- इस दौरान सुरक्षा के लिए तीन कम्पनी पीएसी, एक कम्पनी आरएएफ रहेगी अलग अलग घाटों, कुंडों और तालाबों पर तैनात

- डाला छठ के दौरान भीड़भाड़ वाले घाट, कुंड तालाबों पर तैनात रहेंगे एक-एक एसओज, पांच-पांच एसआईज, पांच-पांच महिला कांस्टेबल्स और डेढ़- डेढ़ सेक्शन पीएसी

- डाला छठ के दौरान सिर्फ दशाश्वमेध घाट पर तैनात होंगे छह एसओज, 25 एसआईज और पीएसी समेत कांस्टेबल्स

- पूरी सिक्योरिटी को वाच करेंगे तीन सीओज

- छतों पर भी दूरबीन और अत्याधुनिक हथियारों संग लैस रहेंगे पुलिस के जवान

- अस्सी, दशाश्वमेध समेत अन्य घाटों पर छठ के मौके पर लगेंगे आधा दर्जन सीसी कैमरे

- 13 से 16 नवंबर तक आयोजित गंगा महोत्सव में सिक्योरिटी के लिए तैनात होंगे कमांडो

- देव दीपावली पर भी घाटों पर रहेगी तगड़ी फोर्स

मोहर्रम को लेकर ज्यादा टेंशन

पुलिस इन त्योहारों और आयोजनों को लेकर जितना परेशान है। उससे कही ज्यादा परेशान इन त्योहारों के बीच में 15 नवंबर को पड़ रहे मोहर्रम को लेकर है। इस पर्व पर निकलने वाले जुलूस को लेकर पुलिस के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही है। इसलिए डीआईजी ने मोहर्रम के लिए हर थानेदार को पहले से ही पूरीे प्लैनिंग कर इलाके के लोगों संग मीटिंग कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।