- आजमगढ़ परिक्षत्र के डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे का तबादला एडिशनल पुलिस कमिश्नर वाराणसी हुआ

-अपर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट अखिलेश कुमार को आजमगढ़ का बनाया गया डीआईजी

आजमगढ़ परिक्षत्र के डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे का तबादला एडिशनल पुलिस कमिश्नर वाराणसी कमिश्नरेट के पद पर मंगलवार को किया गया। वहीं अखिलेश कुमार को आजमगढ़ रेंज का नया डीआइजी बनाया गया है। शासन स्तर पर मंगलवार की सुबह पुलिस महकमे में कई तबादले किए गए हैं। जबकि एडीसीपी ट्रैफिक विकास कुमार को आगरा एसपी सिटी की जिम्मेदारी सौपी गई है।

सुभाष चंद्र दुबे करीब डेढ वर्ष तक आजमगढ़ में तैनात रहने के दौरान सुíखयों में रहे। कुख्यात कुंटू सिंह और बाहुबली मुख्तार अंसारी और उनके गुर्गो पर नकेल कसने का काम किया। पूर्वांचल में माफियाओं पर लगाम लगाने और उनकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए उनकी पहल ने पूर्वांचल को काफी हद तक भयमुक्त करने का काम किया। यही कारण रहा कि जिले के कई बड़े माफिया या तो जेल में हैं या पूर्वांचल छोड़ चुके हैं। वहीं, उन्होंने जनता को भय मुक्त करने में पुलिस को पूरी छूट दी तो जिले के शातिर एक लाख के इनामी बदमाश सूर्यांश को मुठभेड़ में साथियों संग मिलकर ढ़ेर किया था। सुभाष दुबे इससे पहले पूर्वांचल के सोनभद्र, गाजीपुर और भदोही आदि जिलों में भी तैनात रह चुके हैं।

जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण

सुभाष चंद्र दुबे खेलों में बैडमिंटन के काफी शौकीन हैं। वे ट्वीटर पर हमेशा एक्टिव रहते हैं और अपनी जिंदगी को भी बिंदास जीते हैं। कोरोन काल में जरूरतमंदों तक खुद सहायता सामग्री लिए रात के अंधेरे में जा पहुंचाने का काम सुभाष चंद्र दुबे ने किया था। एक वाकया जो आजमगढ़ में चर्चा का विषय बना रहा, उसे बीते अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब एक मां की गुहार पर मासूम को मऊ में ब्लड उपलब्ध कराया था। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर से टेलीफोनिक वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि भोलेनाथ की नगरी में अब लोगों की सेवा का अवसर मिला है। कमिश्नरेट में कानून व्यवस्था स्थापित करने के अलावा जनहित और जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण करना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।