-सामने घाट में अब भी घरों में कैद हैं लोग

गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे डाउन होने लगा है। 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी कम हो रहा है, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगो की दुश्विारियां बढ़ने लगी है। शनिवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने नगवां और सामनेघाट की पड़ताल की तो कई ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसमें बाढ़ पीडि़तों का दर्द साफ झलक रहा था। हालांकि एनडीआरएफ की टीम ने घरों तक राशन पहुंचकर लोगों की दुश्विारियां कम करने का प्रयास किया और हर परिस्थिति में मदद का भरोसा भी दिलाया।

सीन-1

सड़क पर कीचड़

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम दोपहर करीब एक बजे सामने घाट स्थित हरिओम नगर कालोनी पहुंची। सड़कों पर पानी नहीं दिखा, लेकिन मिट्टी और कीचड़ फैली थी। फिसल होने के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। इस बीच कई बाहरी लोगों ने जाने का प्रयास किया, लेकिन फिसल ज्यादा होने के कारण उनका हौसला टूट गया। कुछ लोगों का कहना था कि शनिवार की तरह आगे भी एक-दो दिन धूप हुई तो आना-जाना हो सकता है।

सीन-2

इसके बाद टीम दोपहर करीब डेढ़ बजे सामने घाट स्थित मारुति नगर पहुंची, जहां सड़कों पर घुटने के नीचे पानी मिला। बावजूद इसके लोग घरों से निकलने से बच रहे थे। इसी बीच मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम राहत सामग्री लेकर पहुंची। टीम डोर-टू-डोर जाकर लोगों को राशन और पानी पहुंच रही थी। टीम ने हर संभव मदद का भरोसा भी दिया।

वर्जन

नगवां और अस्सी समेत कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को सफाई के निर्देश दिए गए हैं। बहुत जल्द ही आना-जाना सुगम हो जाएगा।

-प्रणव सिंह, नगर आयुक्त