कोरोना महामारी की वजह से बनारस जिले में बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ी है। युवा नौकरियाें के लिये परेशान हैं। इसी परेशानी को देख कुछ ठगों ने ठगी का नया पैंतरा निकाला है। ये ठग एयरपोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगारों को लूटने में लगे हैं। नौकरी के साथ ही रहना, खाना, बोनस जैसी तमाम सुविधाओं का भी लालच दे रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब इस मामले की पड़ताल की तो पूरा यह सारी नियुक्तियां फर्जी निकलीं। ऐसी कोई वैकेंसी ही एयरपोर्ट की तरफ से नहीं निकाली जाती है।
रुपए जमा कीजिए, नौकरी लीजिए
पुलिस वेरीफिकेशन के नाम पर मांग रहे पैसा
रिपोर्टर ने जब दूसरी फर्जी कंपनी के नंबर 8826797 पर संपर्क किया तो उन्होंने रजिस्ट्रेशन के नाम पर 11 सौ रूपए मांगे। पेश है बातचीत के कुछ अंश।
रिपोर्टर- हैला, नमस्ते मैम।
एजेंट- नमस्कार सर।
रिपोर्टर- आप एयरपोर्ट में नौकरी दिला रही हैं?
एजेंट- हां जी, हां जी., कहां से बोल रहे हैं आप?
रिपोर्टर- मैं बनारस से बोल रहा हूं मैम।
एजेंट- ओके, बनारस के ही बाबतपुर में आपको मैं नौकरी दूंगी.पढ़ाई कहां तक की है आपने?
रिपोर्टर- 10 तक।
एजेंट- आप अपने डाक्यूमेंट भेज दीजिए, इसके बाद वेरीफिकेशन होगा। जिसका कुछ चार्ज लगेगा। कल आपको बताया जाएगा।
रिपोर्टर ने और तह तक जाने के लिए खुद का नाम पप्पू बताया और एक पप्पू नाम के ही युवक मार्कशीट भेजी। इसके बाद एजेंट का खुद फोन आया।
एजेंट- आप पप्पू कुमार जी बोल रहे हैं?
रिपोर्टर- जी हां मैडम।
एजेंट-आपने एयरपोर्ट में नौकरी के लिए अप्लाई किया था?
रिपोर्टर- हां, जी मैडम।
एजेंट- आपके कागज चेक होकर आ गए हैं और ओके हैं। आपको पुलिस वेरीफिकेशन कराने के लिए 11 सौ रूपए देने होंगे।
रिपोर्टर- हमारे चाचा थाने पर चौकीदार हैं, वो बोले हैं कि मैं पुलिस वेरीफिकेशन फ्री में करवा दूंगा।
एजेंट- वो सरकारी चार्ज होता है, ये आपको देना ही होगा।
रिपोर्टर- आपको मिलकर कैश दे दूं तो?
एजेंट- आप नहीं आ सकते हैं मैं एयरपोर्ट पर रहती हूं। आपको ऑनलाइन ही पेमेंट करनी होगी।
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रिपोर्टर ने ऐसी ही एक और कंपनी, जो एयरपोर्ट पर नौकरी देने का दावा करती है। उसके मोबाइल नंबर 9151387 पर संपर्क किया तो उसने भी बड़े-बड़े दावे किये। पेश है बातचीत के कुछ अंश
रिपोर्टर- हैलो। मैडम जी।
एजेंट-जी बोलिए।
रिपोर्टर- आप बनारस एयरपोर्ट पर नौकरी दिला रही हैं?
एजेंट- हां जी, बोलिए?
रिपोर्टर- मैडम जी मुझे भी नौकरी चाहिए।
एजेंट- कहां तक पड़ाई की है आपने और क्या करते हैं आप?
रिपोर्टर- 10 तक पढ़ाई की है और होटल में वेटर का काम करता हूं।
एजेंट- तो आप मुझे अपना बायोडाटा और मार्कशीट भेज दीजिए, फिर चेक होकर आ जाएगा तो बताऊंगी।
रिपोर्टर ने एक सादे पेज पर अपना नाम पप्पू, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर और एक 10वीं की मार्कशीट भेज दी.करीब तीन घण्टे बाद एजेंट का फोन आया।
एजेंट- आप पप्पू जी बोल रहे हैं?
रिपोर्टर- जी हां, मैडम जी।
एजेंट- बहुत बहुत बधाई हो आप सलेक्ट हो गए हैं।
रिपोर्टर- मुझे कब ज्वाइन करना है?
एजेंट- आज और अभी तत्काल रजिस्ट्रेशन के लिए 1500 रुपए जमा कर दीजिए। इसके बाद आपको अगले ही दिन ज्वाइन करना है।
रिपोर्टर- मैडम जी, आप बोलिए तो मैं आपके पास आ जाऊं।
ऐजेंट- नहीं, आपकी एयरपोर्ट पर एंट्री नहीं होगी।
रिपोर्टर- मैं बाहर आ जाऊं, आपको पैसे कैश में दे दूंगा।
एजेंट- नहीं यह संभव नहीं है, आपको हर हाल में ऑनलाइन ही पेमेंट करना होगा।
कैश नहीं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ही करना होगा
रिपोर्टर ने तीनों अलग-अलग कंपनियों के एजेंट से बात किया कि हम कैश देंगे। बनारस में आप बताइए कहां देना है तो तीनों ने एक ही बात कही कि नहीं आपको ऑनलाइन की पैसे भेजने होंगे। जब उनसे ऑफिस में मिलने की बात कही गई गई तो उन्होंने यह कहकर मामले को टाल दिया कि मैं एयरपोर्ट में रहती हूं, आप यहां नहीं आ सकते हैं। सब होने के बाद ही आपको पास मिलेगा।
यह पूरी तरह से फर्जी हैं। एयरपोर्ट पर नौकरी के लिए कोई वैकेंसी नहीं है और कभी भी ऐसे लोगों के माध्यम से एयरपोर्ट में नौकरी नहीं मिलती है। एयरपोर्ट की अलग वेबसाइट है। इस समय वैकेंसी बंद है, नौकरी कहां से मिलेगी। ऐसे ठगों से लोग सावधान रहें। ऐसे लोगों पर कार्रवाई की रणनीति तैयार की जाएगी।
आकाशदीप माथुर, डायरेक्टर, लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट, वाराणसी