-नवरात्र के पहले दिन अलईपुर स्थित शैलपुत्री मंदिर में भक्तों ने किया दर्शन-पूजन

-सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में लगी रही पुलिस

शारदीय नवरात्र के पहले दिन शहर के लगभग सभी देवी मंदिरों में माता के दर्शन पूजन करने वालों भक्तों की भीड़ लगी रही। इस दौरान अलईपुर स्थित माता शैलपुत्री के प्रचीन मंदिर में दर्शनार्थियों दर्शन-पूजन किया। भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पुलिस लगी रही। सेनेटाइजेशन के बाद ही भक्तों को एंट्री दी गयी। वहीं घरों में लोगों ने शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की।

है खास इंतजाम

नवरात्र के पहले दिन सुबह से ही देवी मंदिरों में भक्तों के दर्शन-पूजन का क्रम स्टार्ट हो गया। कोरोना के बचाव के बीच श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। मंदिर प्रबंधन की ओर से भी खास इंतजाम किया गया था। मंदिर में एंट्री के पहले सबकी थर्मल स्क्रीनिंग की गयी। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए लोगों के बीच दूरी मेंटेन की गयी। साथ ही मंदिर में ही श्रद्धालुओं के हाथों को सेनेटाइज कराया गया।

शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना

श्रद्धालुओं ने घरों में मां का स्वागत किया। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की। धर्म शास्त्र के अनुसार आश्विन शुक्ल प्रतिप्रदा को चित्रा व वैधृति नक्षत्र मिल रहे हों तो इस अवधि में कलश स्थापना नहीं की जाती है। इस बार प्रतिप्रदा के साथ चित्रा का संयोग बना। जिसकी वजह से शुभ मुहूर्त दिन में 11.38 से 12.23 के बीच रही। इस वक्त में ज्यादातर घरों में कलश स्थापना की गयी। जो नहीं कर पाये वो दिन में 2.20 मिनट के बाद स्थापना की।

दूसरे मंदिरों में भी रही भीड़

नवरात्रि के पहले दिन शहर के अन्य देवी मंदिरों में भी दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा है। इनमें मुख्य रुप से दुर्गाकुंड स्थित मा कुष्मांडा के मंदिर में भी दर्शन पूजन करने वालों की लंबी लाइन लगी रही। इसके अलावा मंगला गौरी मंदिर पंचगंगा घाट, संकठा देवी मंदिर सिंधिया घाट, गायत्री माता मंदिर लहुराबीर सहित कई मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही।

-आज ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन

नवरात्र के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा की जाती है । इस दिन भक्त का माता का दर्शन पूजन करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यहां बता दें कि वाराणसी में ब्रहमचारिणी देवी का मंदिर ब्रह्माघाट पर स्थित है।