वाराणसी (ब्यूरो)। सबसे पहले टीम कैंट रेलवे स्टेशन के सामने से इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में पहुंची। महज कुछ दूर आगे ही दिशा सूचक बोर्ड लगा दिखा। हालांकि इसकी स्थिति खराब थी। बोर्ड अतिक्रमण का शिकार था। बोर्ड बड़े पोस्टर से ढकाथा। उसपर क्या लिखा था, यह दिखना बंद हो चुका था।

अंधरापुल- तैलियाबा
पड़ताल के क्रम में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम आगे बढ़ी और अंधरापुल होते हुए तैलियाबाग पहुंची। यहां मरी माई तिराहे के पास में बोर्ड तो था, लेकिन यह भी बैनर से पटा पड़ा था। यह भी मार्ग दिखाने की जगह प्रचार करता दिखा।

श्री चौरा माता मंदिर
टीम श्री चौरा माता मंदिर, तैलियाबाग चौराहे पर पहुंची। यहां का दृश्य कुछ अलग नहीं था। यहां भी दिशा सूचक बोर्ड मानो यह कह रहा हो कि मुझे किसी भी उद्देश्य से लगाओ, लेकिन काम तो मेरा प्रचार के रूप में ही लिया जाएगा।

मैं शहर में नया हूं। यहां रास्ता पता कर पाना कठिन है। हर चौराहे में खड़े होकर लोगों से पूछना पड़ता है। हालांकि बोर्ड तो लगे हैं, लेकिन सभी में प्रचार सामग्री लगी हुई हैं, जिससे शहर का स्थान और दूरी का अंदाजा नहीं लग पाता।
पीयूष शुक्ला, पर्यटक सीतापुर

पर्यटक स्थल के रूप में शहर का विकास हो रहा है। इसी क्रम में अतिक्रमण को लेकर भी लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बैनर-पैस्टर लगे होने की सूचना मिली है। जल्द ही उन सभी को हटा दिया जाएगा।
पीके द्विवेदी, चीफ असिसमेंट अफसर, नगर निगम