- रास्ते में पाइप पर स्कूटी चढ़ाते समय फिसलकर गिर गए डाक्टर

- स्मार्ट सिटी परियोजना में लगे मिक्सर वाहन ने रौंद दिया

06 बजे सुबह चौक से मैदागिन जाने के दौरान हुआ हादसा

35 साल से इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर थे डॉ। अकबर अली

स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बुलानाला से नीचीबाग के बीच आरसीसी रोड का निर्माण चल रहा था। रास्ते में अंडर केबल के लिए पाइप, गैस कटर, वेल्डिंग व ड्रील मशीन सहित अन्य मशीनें पड़ी थीं। दोनों ओर से आवागमन का सिलसिला जारी था। इसी बीच सोमवार की सुबह करीब छह बजे चौक से होकर डॉ। अकबर अली (59) अपनी स्कूटी से मैदागिन जा रहे थे। टाउनहाल गेट के सामने पाइप पर स्कूटी चढ़ाते समय वह फिसलकर गिर गए। जब तक वह संभलते, उसी दौरान नीचीबाग की ओर जा रहे कंक्रीट मिक्सर वाहन का पिछला पहिया उन्हें कुचलते हुए आगे निकल गया। लोगों द्वारा पीछा होता देख चालक ने वाहन रोका और उतर कर भाग निकला। इधर पिकेट पर मौजूद पुलिस व अन्य लोगों की सहायता से चिकित्सक को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर, डॉक्टर के बेटे ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि अगर कार्यदायी संस्था ने नियमों की अनदेखी न की होती आज मेरे पाप जिंदा होते।

तो जिंदा होते डॉक्टर साहब

चौक थाना अंतर्गत दालमंडी के चाहमामा गली के रहने वाले एनेस्थियोलॉजिस्ट डॉ। अकबर अली हर दिन की तरह सोमवार की सुबह करीब छह बजे स्कूटी से रामकटोरा स्थित निजी अस्पताल के लिए निकले थे। रास्ते में सड़क का निर्माण चल रहा था, लेकिन कार्यदायी संस्थान और टै्रफिक पुलिस की ओर से रोड पर यातायात रोका नहीं गया था। आते-जाते ट्रैफिक को देखकर डाक्टर साहब बुलानाला से होकर मैदागिन की तरह जा रहे थे। टाउनहाल गेट के सामने पाइप की वजह से उनकी स्कूटी अनियंत्रित हो गई और वह गिर गए। तभी विपरित दिशा आ रहे कंक्रीट मिक्सर वाहन ने उन्हें कुचल दिया है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई। उधर, घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने वाहन को कब्जे में ले लिया। वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव डॉ। अकबर अली के परिजनों को सौंप दिया। देर शाम पिपलानी स्थित बाबू मियां के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। उनके निधन पर डीएम कौशलराज शर्मा ने शोक व्यक्त किया है।

चिकित्सकों की भी भर आईं आंखें

डॉ। अकबर अली की हादसे में मौत की सूचना मिलने पर पत्नी और बच्चे गम में डूब गए। सुबह का शांत माहौल चित्कारों से घिर गया। जिसने भी सुना, हतप्रभ रह गया। डॉ। अकबर अली को एक बेटा बेलाल अली और चार बेटियां हैं। दो बेटी बीयूएमएस कर रही हैं। सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे कई मित्र, चिकित्सक भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। पूर्वांचल हज सेवा समिति के अध्यक्ष हाजी रईस अहमद एडवोकेट, नीमा के अध्यक्ष डॉ। ओपी सिंह, सुल्तान क्लब के अध्यक्ष डॉ। एहतेशामुल हक, जनता सेवा अस्पताल, जमिअतुल अंसार संस्था, आजाद हिंद रिलीफ सोसाइटी, मरियम फाउंडेशन, मरकजी सीरतुन्नबी कमेटी सहित कई संगठनों ने डॉ। अली के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है।

कई संस्थाओं से था जुड़ाव

डॉ। अकबर अली एनिस्थिसिया विशेषज्ञ एवं जनरल फिजिशियन थे। रेडक्रॉस सोसाइटी समेत कई संस्थाओं से जुड़े थे। अपने घर पर भी मरीजों को देखा करते थे। वह पूर्वांचल हज सेवा समिति के संस्थापक महासचिव, हज कमेटी ऑफ इंडिया के मास्टर ट्रेनर और वाराणसी इम्बारकेशन के लिए राज्य हज समिति के संयोजक थे। 35 साल से जनता सेवा अस्पताल में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर थे। वाराणसी ओलंपिक के सक्रेटरी एवं इंटरनेशल हैंडबॉल रेफरी शम्स तबरेज उर्फ सम्पू ने बताया कि डॉ। अकबर अली वाराणसी ओलंपिक संघ के वाइस प्रसिडेंट व सरस्वती स्वीमिंग क्लब के अध्यक्ष थे। घाट पर लोगों को गर्मी के में स्वीमिंग भी सिखाते थे।