- रेडियम नहीं लगने से रात के वक्त वाहन चालकों को दिखायी नहीं देता डिवाइडर, आये दिन हो रहे हैं हादसे

- तीन माह में आधा दर्जन से ज्यादा हो चुकी हैं घटनाएं, एक की जा चुकी है जान

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शहर की सड़कों पर बेहतर ट्रैफिक के लिए बनाये गए डिवाइडर्स रात में हादसे का कारण बन रहे हैं। क्योंकि ये डिवाइर्ड अंधेरे में गायब हो जाते हैं। विश्वास नहीं आता तो कभी गाड़ी की हेड लाइट बंद कर डिवाइडर की मौजूदगी वाली किसी भी सड़क पर फर्राटा भरकर देख लीजिए। लेकिन जरा संभलकर क्योंकि हो सकता है कि आपकी ये कोशिश आपको अस्पताल पहुंचा दे। दरअसल शहर की सड़कों पर हाल ही में बनाये गए डिवाइडर्स मानकों को पूरा नहीं करते हैं। जिसके कारण ये हादसे के सबब बन रहे हैं। एक के बाद एक हादसे इन डिवाइडर्स के कारण हो रहे हैं और इनको रोकने के लिए प्रशासन कुछ भी नहीं कर रहा है।

डेंजर जोन हैं कई

डिवाइडर्स बनीं कुछ सड़कें बेहद ही खतरनाक हैं। इसमे मकबूल आलम चौकाघाट रोड, पाण्डेयपुर रोड, सिगरा फातमान रोड और कैंट लहरतारा रोड मेन हैं। इन सड़कों पर आये दिन डिवाइडर किसी न किसी हादसे की वजह बनते हैं। वजह कोई भी डिवाइडर सेफ्टी के मानक को पूरा नहीं करता। रात के वक्त तो ये डिवाइडर बिल्कुल ही नहीं दिखते। जिसके कारण कार और बाइक सवार इनका शिकार बन जाते हैं। आंकड़ों की मानें तो तीन माह के अंदर इन डिवाइडर्स के कारण आधा दर्जन हादसे हो चुके हैं। जिसमे से एक की जान भी जा चुकी है।

नहीं करते मानक पूरा

- डिवाइडर पर रेडियम प्लेट जरुरी है

- किसी भी डिवाइडर पर रेडियम नहीं लगा है

- डिवाडर पर साधारण नहीं ग्लोइंग पेंट होता है

- तारपिन का तेल मिला साधारण पेंट किया गया है डिवाइर पर

- डिवाइडर्स पर कैट आई लगाने का है नियम

- डिवाइडर्स के आगे लोहे के मोटे रॉड या गार्डर होने चाहिए

हादसे बढ़ा रहे ये डिवाइडर

- 28 अगस्त महमूरगंज में डिवाइडर से कार टकराई

- 3 अगस्त मकबूल आलम रोड पर कार डिवाइडर से टकराई अधिवक्ता की मौत, दो घायल

- 12 जुलाई सिगरा फातमान रोड पर पेट्रोल लदा टैंकर डिवाइडर से टकरा कर पलटा

-5 जुलाई कैंट पर डिवाइडर पर चढ़ी कार, दो जख्मी