- पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेवापुरी का किया गया चयन

- स्वामित्व निर्धारण के लिए डीएम की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कमेटी गठित

वाराणसी में तेजी से फैल रही महामारी कोविड-19 को कंट्रोल करने में ड्रोन का इस्तेमाल काफी सफल साबित हुआ। ड्रोन की मदद से कम समय में कई इलाकों को सेनेटाइज कोरोना संक्रमण को कमजोर किया गया। ड्रोन तकनीक से अब वाराणसी में निजी और सरकारी सम्पत्तियों का आकलन किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट में शामिल वाराणसी के सेवापुरी के पांच इलाकों का चयन किया गया है, जहां स्वामित्व योजना के तहत सभी सम्पत्तियों का डाटा जुटाया जाएगा। इसके बाद डीएम की अध्यक्षता में गठित 11 सदस्यीय कमेटी सम्पतियों का निर्धारण करेगी।

सफल होने पर शहर में इस्तेमाल

राजस्व परिषद के निर्देश पर जिला प्रशासन ने नवीनतम ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कर पहले सेवापुरी के पांच राजस्व गांवों में सर्वे कराने का फैसला लिया है। स्वामित्व योजना में इस तकनीक के सर्वेक्षण कर सरकारी व अन्य सम्पत्तियों के अभिलेख घरौनी के रूप में तैयार होंगे। सेवापुरी में सफल होने के बाद वार्ड वार शहरी क्षेत्र में भी ड्रोन से सम्पतियों के आकलन की प्रक्रिया शुरू होगी।

कमेटी में एसएसपी समेत 11 सदस्य

स्वामित्व निर्धारण के लिए जिले में डीएम की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई है। कमेटी के सदस्य स्वामित्व योजना के तहत डेटा बेस तैयार कर उसकी रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंपेंगे। डीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी में एसएसपी, सीडीओ, जिला पंचायत अधिकारी, उप संचालक चकबंदी, विहित अधिकारी, एसडीएम, जिला सूचना अधिकारी, भारतीय सर्वेक्षण विभाग के प्रतिनिधि और अध्यक्ष की ओर से नामित एक अन्य अधिकारी समिति के सदस्य होंगे। सभी अधिकारियों को अलग-अलग ब्लॉक और पंचायत की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसकी रिपोर्ट समिति के सदस्य डीएम को सौंपेंगे। इसके बाद डीएम यह रिपोर्ट राजस्व और रजिस्ट्री विभाग को सौंपेंगे।

पब्लिक को दी जाएगी जानकारी

पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयनित गांवों में सर्वे को लेकर 29 जून को बैठक की जाएगी, जिसमें डोन से सम्पत्ति के आकलन की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा अधिकारियों और कर्मचारियों को सर्वे के बारे में ट्रेनिंग भी दी जाएगी। लोगों को बताया जाएगा कि किस दिन ड्रोन के माध्यम से सम्पत्ति का सर्वे होगा। दो जुलाई तक सम्पत्तियों का चिन्हांकन चूना डालकर होगा। 11 जुलाई को भारतीय सर्वेक्षण विभाग आंकड़ों की प्रोसेसिंग कर आबादी क्षेत्र का नक्शा उपलब्ध कराएगा। अभिलेख अधिकारी के निर्देशन में आरंभिक आवासीय अधिकारी अभिलेख घरौनी तैयारी होगी।

वर्जन

ड्रोन से सम्पत्तियों का आकलन जल्द शुरू होगा। सर्वे के बाद तैयार डाटा से संबंधित आपत्तियों का अगस्त से सितम्बर तक निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद ही घरौनी को अंतिम रूप दिया जाएगा।

एक नजर

-90 वार्ड

-1360 गांव

-3 निकाय

-8 ब्लॉक

-3 तहसील