गर्मी के साथ दोगुना बिल की झेलनी पड़ रही मार

शिकायतों की सुनवाई नहीं होने से परेशान हैं उपभोक्ता

केस : 1

चेतगंज के रहने वाले राजन गुप्ता के घर का मई महीने में करीब 12 सौ रुपये बिल आया था, लेकिन जून में करीब 2500 और जुलाई 2400 से अधिक बिल आया। पिछले दो महीने से लगातार दोगुना बिल आने राजन गुप्ता परेशान हैं। इसकी शिकायत बिजली विभाग से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

केस : 2

सुंदरपुर के रहने वाले मदन यादव ने मई महीने का 900 रुपये बिजली बिल का भुगतान किया था, लेकिन जून और जुलाई में बिजली बिल औसतन 1800 रुपये प्रति माह आया है। इसके लिए उन्होंने मीटर में गड़बड़ी की शिकायत बिजली विभाग से की है।

नहीं मिला संतोषजनक जवाब

ये दो केस सिर्फ उदाहरण के लिए है। शहर में 12 हजार अधिक उपभोक्ता हैं, जो दोगुना बिजली बिल आने से परेशान हैं। इस संबंध में कई उपभोक्ताओं ने संबंधित उपखंड विद्युत कार्यालय में शिकायत भी की है, लेकिन विभाग की ओर संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है।

घरों में चलता है कूलर

बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार गर्मी के सीजन में अधिकतर घरों में कूलर और पंखे का इस्तेमाल बढ़ जाता है, जो दिनभर चलते हैं। इसके अलावा दिनभर फ्रीज भी चलती है। ऐसी स्थिति में बिजली बिल ज्यादा आना वाजिब है। इस बारे में उपभोक्ताओं को जानकारी दी जाती है, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं होते हैं। कई जगहों पर मीटर की जांच भी कराई जाती है, लेकिन गड़बड़ी नहीं मिलती है।

बिजली खपत का रिकार्ड टूटा

उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं, वहीं बिजली बिल दोगुना की मार भी झेलनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि अब तक की सबसे अधिक बिजली खपत का रिकार्ड भी टूट गया है। अभी तक पिछले साल सबसे अधिक 798 लाख यूनिट तक लोड पहुंचा था। वहीं इस साल जुलाई में ही 850 लाख यूनिट तक लोड पहुंच चुका है। इससे उमस व गर्मी का अंदाजा लगाया जा सकता है। पिछले साल जून में 700 लाख यूनिट, जुलाई में 780 लाख व अगस्त में 798 लाख यूनिट तक खपत पहुंची थी। इस साल तो जून में इससे अधिक लोड पहुंच गया है। अगर यही स्थिति रही तो इस साल 900 लाख यूनिट तक लोड पहुंच सकता है।

वर्जन

कुछ दिनों से गर्मी ऐसी पड़ रही है कि बिना पंखे-कूलर के रहना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में लोग उसका खूब उपयोग करते हैं। इसलिए बिजली बिल ज्यादा आता है। अधिकतर लोगों ने मीटर गड़बड़ होने की शिकायत की हैं। कई घरों में जांच कराई तो मीटर सही मिला है। वैसे सितंबर से बिल कम आने लगता है।

-दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता