-यूनिवर्सिटी की यूजी व पीजी की परीक्षा तीन शिफ्ट में होगी

-परीक्षाएं 31 जुलाई तक हो जाएंगी समाप्त

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन परीक्षाओं की तैयारी में जुटा हुआ है। स्नातक (यूजी) सेकेंड व थर्ड ईयर तथा पीजी फ‌र्स्ट व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 जुलाई से कराने का निर्णय लिया गया है। तीन पालियों में परीक्षाएं 31 जुलाई तक चलेंगी। एग्जाम में वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र के करीब दो लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। 30 जून तक टाइम टेबल व जुलाई के प्रथम सप्ताह में सेंटर्स की लिस्ट को अंतिम रूप देने का भी निर्णय लिया है।

1.25 लाख होंगे प्रमोट

यूनिवर्सिटी के स्नातक व स्नातकोत्तर के अन्य खंडों के करीब 1.25 लाख परीक्षाíथयों को शासन की गाइड लाइन के अनुसार प्रमोट किया जाएगा। परिसर स्थित केंद्रीय पुस्तकालय के समिति कक्ष में शनिवार को वीसी प्रो। अखिलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई विद्यापरिषद की बैठक में परीक्षाओं की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। सदस्यों ने बहुविकल्पीय व ओएमआर पर आधारित परीक्षा के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। वहीं ऑनलाइन लिखित परीक्षा पर भी सहमति नहीं बन सकी। हालांकि मौखिकी परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी।

सिर्फ एमबीए का एग्जाम ओएमआर पर

पिछले साल की तरह एमबीए फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं ओएमआर पर ही होगी। विद्यापरिषद में परंपरागत तरीके से ही लिखित परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। वहीं परीक्षाएं तीन घंटे के स्थान पर डेढ़ घंटे की होगी। परीक्षा में अधिकतम 200 शब्दों के लघुउत्तरीय व अधिकतम 400 शब्दों के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। स्नातक स्तर के विद्याíथयों को राष्ट्रगौरव एवं पर्यावरण की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। वहीं विधि की परीक्षा के बारे में बार काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के आने के बाद निर्णय लिया जाएगा। बैठक में कुलसचिव डॉ। एसएल मौर्य, उप कुलसचिव हरिश्चंद्र के अलावा अन्य सदस्य उपस्थित थे। मीटिंग में यह भी निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण से यदि कोई छात्र परीक्षा से वंचित होता है तो उसके लिए बाद में विशेष परीक्षा होगी। परिणाम से संतुष्ट नहीं होने पर वर्ष 2022 की बैक पेपर परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।