वाराणसी (ब्यूरो)गर्मी के मौसम में बिना एसी के रहना नामुमकिन सा लगता हैइसलिए हम सभी घर में एसी को घंटों चालू रखते हैं और रात को चलाकर भी सो जाते हैंलेकिन, क्या आपको पता है रात में एसी चलाकर सो जाने की आदत आपकी हेल्थ को कितनी ज्यादा प्रभावित कर सकती हैबता दें कि मंडलीय अस्पताल में एसी से हो रही हेल्थ प्रॉब्लम के केस सामने आ रहे हैं जिसमें उन्हें एसी से साइनस के साथ-साथ स्किन की भी प्रॉब्लम हो रही हैइसको लेकर डॉक्टर ने बताया कि यह प्रॉब्लम रात में एसी चलाकर सोने की वजह से आ रही हैइसलिए गर्मी में ज्यादा एसी में रहने से बचें.

एसी से हो सकती है प्रॉब्लम

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि एसी में सोने से गर्म और उमस भरी रातों से राहत मिलती हैदरअसल, रात में बॉडी का टेंपरेचर बहुत कम होता हैजिससे आपको साइनसाइटिस की समस्या हो सकती हैये समस्या होने पर आपके चेहरे नाक की नली के आसपास आंख, कान, नाक में दर्द हो सकता हैये एक तरह का जुकाम होता है जोकि लंबे समय तक हो सकता है.

सांस लेने में हो सकती है समस्या

हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक, रातभर एसी चलाकर सोने से श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैंखासकर ठंडी हवा के प्रति संवेदनशील लोगों को या अस्थमा और एलर्जी जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को इस तरह की परेशानी का अधिक सामना करना पड़ सकता हैएसी से निकलने वाली ठंडी हवा श्वसन तंत्र में जलन पैदा कर सकती है, जिससे खांसी, सीने में जकडऩ और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैंऐसे में इस तरह के जोखिम को कम करने के लिए एसी के तापमान को मध्यम स्तर पर सेट कर सोएंहवा में नमी जोडऩे के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें और एलर्जी और प्रदूषकों को कम करने के लिए एयर फिल्टर को नियमित रूप से साफ करेंसाथ ही समय-समय पर इसे बदलना भी न भूलें.

मांसपेशियों में अकडऩ और दर्द

रातभर एसी चलाकर सोने से अगले दिन आपको मांसपेशियों में अकडऩ और जोड़ों में दर्द महसूस हो सकता हैखासकर अगर शरीर लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रहे तो इस तरह की परेशानी बेहद आम हो जाती हैठंडे तापमान के कारण मांसपेशियां सिकुड़ सकती हैं और उनमें कसाव आ सकता है, जिससे अकडऩ और असुविधा हो सकती हैइसके अतिरिक्त, ठंडी हवा गठिया या अन्य मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों वाले व्यक्तियों में जोड़ों के दर्द और कठोरता को बढ़ा सकती है.

इम्यून सिस्टम होता है वीक

लंबे समय तक एसी की ठंडी हवा शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कमजोर कर सकती है, जिससे आप वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील बन सकते हैंएक्सपट्र्स के मुताबिक, लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रहने से नाक के मार्ग और ऊपरी श्वसन पथ में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं, जिससे शरीर की वायरस से लडऩे की क्षमता कम हो जाती हैइस तरह के श्वसन संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए आप एसी में टाइमर सेट कर सकते हैं या एक समय तक कमरा ठंडा होने के बाद एसी को बंद कर सकते हैं.

35 डिग्री होता टेंप्रेचर

सोते समय बॉडी का टेंप्रेचर 35 डिग्री सेल्सियस होता है, जोकि काफी कम हैऐसे में एसी चलाकर सोना आपको प्रॉब्लम दे सकता हैइसलिए रात में एसी में 2 घंटे का टाइमर लगाकर सोएंइससे रूम ज्यादा ठंडा नहीं होगासाथ ही एसी को रात में 20 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा न रखें.

रात में एसी चलाकर सोना आपकी हेल्थ को कई तरह से प्रभावित कर सकता हैइसलिए रात में एसी चलाने से बचें.

संदीप चौधरी, सीएमओ