वाराणसी (ब्यूरो)रामनगर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में विजिलेंस एसडीओ बताकर कई लोगों से लाखों की ठगी की थीफर्जी दस्तावेजों दिखाकर खुद को एसडीओ बताकर कई लोगों से लाखों रुपए वसूल लिए थेउनकी शिकायत के बाद पुलिस ने फर्जी एसडीओ के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दियारोहनिया बस्ती मीरापुर निवासी मृग्येन्द्र लाल श्रीवास्तव उर्फ भरत अपनी रिश्तेदारी में खुद को विद्युत विभाग का एसडीओ बतायाइसके साथ ही बिजली विभाग में नौकरी लगवाने का दावा कियालोगों ने उसके झांसे में आकर लाखों रुपए दे दियाजब नौकरी की बात कही तो मृग्येंद्र टालमटोल करने लगा और बाद में फोन उठाना बंद कर दिया.

दबाव पर दिया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर

दबाव पडऩे पर सभी को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और परिचय पत्र दे दियाआवेदक विभाग के कार्यालय पहुंचे तो दस्तावेज फर्जी बताकर भगा दिया गयाइसके बाद आरोपी रामनगर से फरार हो गया तो लोगों ने उसकी तलाश शुरू कर दी, बाद में मामला पुलिस तक पहुंचा तो केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की गई.

रामनगर में कई लोगों को बनाया शिकार

पीडि़त ने रामनगर थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया बताया कि भान्जे हर्षित गुप्ता के लिए नौकरी दिलाने के बहाने मृगेन्द्र लाल श्रीवास्तव को साठ हजार रुपए दिया थाइसके अलावा राजेन्द्र प्रसाद पुत्र स्व0 जिउत प्रसाद निवासी 2/379 मच्छर हट्टा वार्ड से भी 1.45 लाख, राकेश कुमार पुत्र जीतू राम से 1.51 लाख रुपए लिए थेसभी के बच्चों को नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी एवं कूटरचित नियुक्ति पत्र व परिचय पत्र दिया.

फर्जी आईकार्ड और दस्तावेज बरामद

आरोपी के पास पुलिस ने फर्जी कूटरचित 4 आईडी प्रमाण पत्र बरामद किएइसमें पूर्वांचल विद्युत विजिलेन्स में उप खंड अधिकारी विद्युत का परिचय पत्र थाइसमें पता शक्ति भवन 14 अशोक मार्ग लखनऊ उत्तर प्रदेश दर्ज हैदूसरा परिचय पत्र साधू सिंह एसडीओ का था, जिसमें भी पता शक्ति भवन का थाइसके अलावा फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड समेत कई दस्तावेज मिलेबैग की तलाश में चयन सेवा आयोग लखनऊ उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तीन फर्जी नियुक्ति पत्र मिले.