- प्रेमी संग रात के अंधेरे में घर से भागी

बचपन में अक्सर लोगों के कदम बहक जाते हैं। इसका कारण जो भी हो लेकिन परिवार के लोगों को कई जगह शर्मिदगी भी उठानी पड़ती है। उस समय परिवार के सदस्यों द्वारा कहीं जाने वाली बातें बच्चों को गलत लगती हैं, लेकिन वही समय बदलने के बाद बच्चों को एहसास होता है कि शायद परिवार वाले सही थे। शुक्रवार को कोतवाली क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला सामने आया। दो नाबालिगों को एक दूसरे से प्रेम हो गया और दोनों घर वालों को बिना बताए ही निकल गए। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने दोनों को ढूंढ निकाला। दोनों एक दूसरे के साथ रहने की जिद पर अड़े हुए थे। इसके बाद पुलिस चौकी प्रभारी कबीर चौरा ने दोनों को अलग-अलग समझाया। काफी समझाने के बाद नाबालिक युवती अपने पिता के साथ जाने को राजी हो गई।

कोतवाली क्षेत्र के नवापुरा इलाके के दो नाबालिगों में प्रेम हुआ। प्रेम कुछ इस कदर परवान चढ़ा कि आधी रात प्रेमिका दबे पांव प्रेमी के घर पहुंच गई। इधर सुबह होते ही नाबालिग बेटी के गायब होने पर मां-बाप के होश उड़ गए। बदहवाश दोनों ने पहले तो अपने स्तर से बेटी की खोजबीन शुरू की, लेकिन जब सफलता नहीं तो दोनों ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।

पिता की सूचना पर कबीरचौरा चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी ने लापता नाबालिग लड़की को तत्काल ढूंढ़ना शुरू कर दिया। दारोगा द्वारा इलाके के मंदिर, पार्क, संदिग्ध स्थानों व दोस्तों के घर पर दबिश देना शुरू का दिया। इस मामले की जानकारी लड़की के दोस्तों के माध्यम से लड़की तक भी पहुंची। सूचना मिलते ही पुलिस से बचने का कोई और चारा न देखकर लड़की पुलिस चौकी कबीरचौरा पहुंच गई और अपने किये की माफी मांगने लगी।

असल दुनिया सपनों से थोड़ी अलग होती है। पहले पढ़ाई पूरी कर अपना कैरियर बनाओ। मां-बाप के सपनों को साकार करो शादी के लिए पूरी उम्र बची है। चौकी प्रभारी प्रीतम सिंह ने जब एक पिता, एक दोस्त और एक भाई की तरह से समझाया और नाबालिग लड़की को वास्तविकता से परिचित कराया। नाबालिग लड़की भी अपने गलती को स्वीकार करते हुए नम आंखों से दारोगा को धन्यवाद ज्ञापित कर अपने पिता के साथ चली गई।