वाराणसी (ब्यूरो)बनारस नगर निगम में फर्जीवाड़ा सामने आया हैअधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से तीन शातिर भाइयों ने मृतक के नाम से ही फर्म का रजिस्ट्रेशन करा दियायही नहीं उन्होंने इसी आधार पर नगर निगम से पीला कार्ड भी जारी करा लियामामले का पर्दाफाश होने पर भेलूपुर जोन के अधिकारी द्वारा उन्हें नोटिस भेजा गया, लेकिन वे हाजिर नहीं हुएइस संबंध में संबंधित विभाग ने फर्म निरस्तीकरण का आदेश जारी किया है.

बता दें कि शहर के तीन शातिर भाई अम्बुज कुमार गुप्ता, अम्बरीश कुमार गुप्ता, अरूण कुमार गुप्ता पुत्र भूपेन्द्र कुमार गुप्ता ने फर्म भागीदारी अधिनियम 1932 के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी एवं निबंधक वाराणसी से स्वास्तिक प्लाजा मेसर्स के नाम से लंका पर फर्म का रजिस्ट्रेशन करायाउन्होंने जिस व्यक्ति के नाम से रजिस्ट्रेशन करवाया, उसकी मृत्यु 14 दिसंबर 1993 में ही हो गई थीइसके बाद सालों तक उस फर्म से कारोबार करते रहे और बीच में उसे फिर बिना किसी कार्यालय को सूचना दिये ही बंद कर दिया.

नहीं हुई जांच पड़ताल

शातिर भाइयों ने जिस तरह षडयंत्र रचा उसकी नगर निगम ने भी कोई जांच पड़ताल नहीं कीउन्होंने 28 अप्रैल 2011 को नामांतरण नियमों एवं स्टांप शुल्क नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नगर निगम हेड कार्यालय से पीला कार्ड हासिल कर लियाइन भाइयों ने कार्ड हासिल करने के दौरान निगम कार्यालय में मूल अभिलेख और साक्ष्यों के साथ भी हेराफेरी कर दी, ताकि इसकी भनक किसी को न लगे.

जमीन व फर्म का मालिक अलग

शातिर भाइयों ने हर कदम पर नियमों और साक्ष्यों की धज्जियां उड़ाई हंैजब मामले का पता लोगों और अधिकारियों को लगा तो एक नया मोड़ निकल कर सामने आयाइस मामले में पता चला कि उपरोक्त जमीन का मालिक कोई और है और फर्म का मालिक कोई और है.

निगम ने जारी किया लेटर

मामले की जानकारी जैसे नगर निगम को लगी, वैसे ही 20 जुलाई 2022 को आदेश संचिका संख्या बी 01 बटा 10 के जरिये स्पष्टीकरण और मूल साक्ष्य के साथ 2 अगस्त 2022 तक मौजूद होने के लिए लेटर भी जारी कर दियाइन भाइयों ने अभी तक नगर निगम पहुंच कर अपना स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिसके बाद नगर निगम के अधिकारी ने दोबारा लेटर जारी करवाते हुए अपने इंस्पेक्टर से उनसे रिसीविंग भी लिया है, ताकि उनका साक्ष्य लेते हुए पीला कार्ड निरस्तीकरण के लिए कार्रवाई की जा सके.

स्वास्तिक फर्म के तीनों मालिकों के संबंध में लिखित शिकायत मिली हैउनके द्वारा कुछ साल पहले तथ्यों एवं साक्ष्यों को छिपाकर पीला कार्ड हासिल कर लिया गयासाथ ही मृतक के नाम से फर्म का रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया, जिसकी जांच संबंधित विभाग कर रहा हैसाथ ही उनको अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस दिया गया, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए.

राजेश अग्रवाल, सहायक नगर आयुक्त, भेलूपुर जोन