वाराणसी (ब्यूरो)जिले की फैक्ट्रियों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैंअग्निशमन संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र (फायर एनओसी) मात्र 250 उद्योगों के ही पास है, जबकि जिले में सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के कुल मिलाकर करीब 5 हजार उद्योग चल रहे हैं

तीन हजार को है छूट

लहरतारा रोड पर चांदपुर इंडस्ट्रियल एरिया, बाबतपुर रोड पर करखियांव औद्योगिक क्षेत्र, रामनगर इंडस्ट्रियल एरिया समेत जिले में कई संगठित औद्योगिक क्षेत्र हैंसरकार ने इन तीनों श्रेणी में आने वाले ऐसे सभी उद्योगों को फायर एनओसी से छूट दी है, जिनकी ऊंचाई 15 मीटर से कम हैजिला उद्योग केंद्र व उद्यमी संगठनों का कहना है कि जिले में करीब तीन हजार उद्योग इस छूट की जद में आते हैं.

दो हजार को लेनी है

ऐसे में बचे दो हजार उद्योगों को मानकों का पालन कर भौतिक सत्यापन के बाद अग्निश्मन विभाग से एनओसी प्राप्त करनी जरूरी है, मगर 250 उद्योग के पास ही प्रमाण पत्र हैमुख्य अग्निश्मन अधिकारी अनिमेष सिंह बताते हैं कि भारी उद्योगों के अलावा कुछ ही फैक्ट्रियों ने ही विभाग से एनओसी ली हैदीपावली पर इंडस्ट्रियल एरिया समेत पूरे जिले में अभियान चलाकर उद्यमियों को आग से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगाफायर फाइटिंग सिस्टम की जांच की जाएगीजो भी दायरे में आएंगे, उन्हें जांच के बाद एनओसी दी जाएगी

अवैध क्षेत्रों में बुरा हाल

सबसे बुरा हाल लहरतारा, चांदपुर, लोहता, रामनगर, मंडुवाडीह, नक्खीघाट, लल्लापुरा, रानीपुर जैसे इलाकों में हैं, जहां अवैध रूप से उद्योग चल रहे हैंयहां तंग गलियों में चल रही फैक्ट्रियों में आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों को मौके पर समय से पहुंचना मुश्किल हो जाता है.

भारी उद्योगों ने ली एनओसी

वाराणसी में भारी उद्योग की संख्या बहुत कम हैंअमूल, बनारस बिड्स, पराग, फैमली व परिवार ब्रेड जैसे उद्योगों ने वाराणसी को विश्व पटल पर पहचान दिलाई हैऐसे भारी उद्योगों में मानकों का पालन हो रहा हैयहां विभाग से प्रमाण पत्र भी लिए हैं

इन मानकों का उल्लंघन

- फैक्ट्रियों में स्थाई और अस्थाई अवैध निर्माण कर लिया गया.

- तंग सड़कों पर फैक्ट्रियां बना ली हैंयहां अग्निश्मन वाहन पहुंचना बहुत मुश्किलभूखंड के मानक के अनुसार तीन तरफ सेटबैक एरिया छोड़ा जाना चाहिएज्यादातर में पालन नहीं.

- उद्योगों में लगे अग्निश्मन पाइपलाइन एवं उपकरणों का चालू ना होना अथवा जाम होनाअग्निश्मन उपकरणों के खराब होने से आग लगने पर अलार्म का ना बजना.

उद्योगों के पास फायर एनओसी है या नहीं, इसकी जांच करना अग्निश्मन विभाग का काम हैवैसे फायर एनओसी जरूरी हैऔद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से पर्याप्त अग्निशमन उपकरण लगाने एवं अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की अपील की गई है, ताकि आग लगने की स्थिति में कम से कम जनहानि हो

उमेश सिंह, उपायुक्त (उद्योग)

दीपावली पर इंडस्ट्रियल एरिया समेत पूरे जिले में अभियान चलाकर उद्यमियों को आग से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगाफायर फाइटिंग सिस्टम की जांच की जाएगीजो भी दायरे में आएंगे, उन्हें जांच के बाद एनओसी दी जाएगी

अनिमेष सिंह, सीएफओ

उद्यमियों में जागरूकता का आभाव हैइसलिए बड़ी संख्या में उद्यमियों के पास फायर एनओसी नहीं हैटर्म कंडीशन भी काफी लेहदी हैसरल होने पर फायर एनओसी लेने वालों की संख्या बढ़ेगी.

राजेश सिंह, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती, काशी प्रांत