'बाबा' के नाम बना रहे बेवकूफ
श्रीकाशी विश्वनाथ के नाम पर चल रहा ठगी का खेल
- फोन करके लोगों को दे रहे झांसा, मंदिर के नाम पर पीठ बताते हुए ले रहे शंकराचार्य का नाम
- अनुष्ठान के लिए कर रहे सहयोग की अपील और प्रसाद के लिए मांग रहे 1500 रुपये सहयोग राशि
gopal.mishra@inext.co.in
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करोड़ों लोगों की आस्था के केन्द्र श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को भी ठगों नहीं छोड़ा है। कुछ शातिर बाबा विश्वनाथ के नाम पर भक्तों के साथ छलावा कर रहे हैं। जी हां, ये खबर क्00 प्रतिशत सच है। आई नेक्स्ट टीम को जब पहली बार इस बाबा के नाम पर बेवकूफ बनाने के धंधे की जानकारी मिली तो हम भी चौंक गए थे। खास ये भी है कि इस धंधे में शामिल कुछ शातिर धार्मिक आस्था को कैश कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
फांस रहे फोन कॉल से
ठगों ने लोगों को बेवकूफ बनाने का नायाब तरीका ढूंढा है। मोबाइल कॉल से लोगों को फंसाया जा रहा है। कोई बड़ी बात नहीं की आपको भी किसी अनजान लड़की ने कॉल किया हो। ज्यादातर लोगों को लड़कियां कॉल कर रही हैं। वो बतातीं है कि आप बाबा विश्वनाथ मंदिर के भाग्यशाली भक्त है जिसे क्क्,000 लोगों में चुना गया है। इसके लिए आपको मंदिर के पीठ के शंकराचार्य के आशीर्वाद के रूप में हजारों रुपये कीमत का एकमुखी रुद्राक्ष, प्रसाद तथा अंगवस्त्रम दिया जाएगा। इसके एवज में आपको सिर्फ क्0क् ब्राह्माण के भोजन में योगदान के तौर पर क्भ्00 रुपये देने हैं। यदि आप इसके लिए सहमति देते हैं तो आपको एक एकाउंट नम्बर दिया जाएगा। और यदि आपने क्भ्00 रुपये जमा किए तो फिर इंतजार करते रहिए।
बंद हो चुका है एक नम्बर
आई नेक्स्ट टीम को तीन ऐसे लोग मिले जिन्हें इस तरह की कॉल आई। ये कॉल 7ख्7भ्0फ्077म् नम्बर से किया गया था। हालांकि अब ये नम्बर लगातार बंद चल रहा है। संभवत: किसी ने इस फर्जीवाड़े को पहचान लिया होगा और उसकी तफ्तीश के बाद ही शातिरों ने नम्बर चेंज कर दिया हो। ये भी संभव है कि अब वो किसी और मोबाइल नम्बर से लोगों को कॉल करके झांसा दे रहे हों।
पहले भी हो चुका है फ्राड
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नाम पर फर्जीवाड़े का ये कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी मंदिर में नौकरी के नाम पर अखबारों में फर्जी विज्ञापन देकर बेरोजगारों को ठगा जा चुका है। इसके अलावा मंदिर के नाम पर अनुष्ठान कराने के लिए कई फर्जी वेबसाइट बनाकर भी ठगों ने लोगों को बेवकूफ बनाया है।
मंदिर की नहीं है कोई पीठ
(डू यू नो)
- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की कोई भी अन्य पीठ या शाखा नहीं है।
- ना ही काशी विश्वनाथ मंदिर पीठ के नाम पर कोई शंकराचार्य है। ं
- देश में आदि शंकराचार्य ने चार पीठों की स्थापना कर रखी है।
- शारदा पीठ, श्रृंगेरी (कर्नाटक) में स्थित है।
- जोशी मठ, बद्रीनाथ (उत्तराखंड) में है।
- गोर्वधन पीठ, पुरी (उड़ीसा) में मौजूद है।
- द्वारका पीठ, गुजरात में स्थापित है।
- इन्हीं चार पीठ के प्रमुखों को शंकराचार्य की मान्यता है।
नहीं मिलता ऐसा कोई प्रसाद
(फार योर इंफार्मेशन)
- काशी विश्वनाथ मंदिर में दान देने के लिए फोन से सम्पर्क करने या मांगने की परम्परा नहीं है।
- मंदिर की ऑफिशियल वेबसाइट श्रीकाशीविश्वनाथ डॉट ओआरजी पर जाकर दान दे सकते हैं।
- इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक, आंध्रा बैंक की किसी भी शाखा से मंदिर के खाते में दान के रुपये जमा कर सकते हैं।
- मंदिर में रुद्राभिषेक या अनुष्ठान कराने तथा प्रसाद मंगवाने के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं।
पूजा से आरती तक होती हैं ऑनलाइन बुकिंग
- विश्वनाथ मंदिर में पांच वक्त होने वाली आरती देखने के लिए मंदिर कैम्पस में पर्ची कटती है।
- मंगला आरती सुबह तीन बजे, भोग आरती पूर्वाह्न क्क्.क्भ् बजे, सांध्य आरती शाम 7 बजे, श्रृंगार आरती रात 9 बजे और शयन आरती रात क्0.फ्0 बजे होती है।
- इस दौरान जो भक्त बाबा का दर्शन और प्रसाद लेना चाहते हैं वो ऑनलाइन या फिर मंदिर कार्यालय पहुंचकर टिकट ले सकते हैं।
- ऑनलाइन के लिए इलाहाबाद बैंक के जरिए पेमेंट कर सकते हैं।
- पेमेंट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से किया जा सकता है।
- मंदिर में पहुंचकर भी पूजा कराने या फिर आरती की टिकट ले सकते हैं
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की कोई पीठ नहीं है। अगर इस तरह से कोई फर्जीवाड़ा कर रहा है तो ये बड़ा अपराध है। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कठोर कार्रवाई होगी। भक्त ऐसे किसी भी फोन कॉल के झांसे में न आये और फोन आने पर मंदिर प्रशासन से सम्पर्क करें।
-एसएन त्रिपाठी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर