वाराणसी (ब्यूरो)कोरोना काल में पेरोल पर गए 36 बंदी एक साल बाद भी नहीं लौटेबंदियों की कोई सूचना न होने और नहीं लौटने पर जिला जेल अधीक्षक ने पुलिस आयुक्त, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक समेत अन्य जनपदों के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर बंदियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने को कहा है

स्वत: लौटने की थी रजामंदी

इन ङ्क्षबदयों को पेरोल पर रिहा करने के दौरान क्रोराना संक्रमण कम होने के साथ स्वत: लौट आने की बात कही गई थीउन्होंने जेल प्रशासन को लिखित इस बात का भरोसा दिया था, फिर भी नहीं लौटने पर जेल प्रशासन ने ङ्क्षचता जाहिर की हैजिला जेल की क्षमता करीब आठ सौ बंदियों की हैजबकि 2500 से कम बंदी कभी नहीं रहते हैंकोरोना संक्रमण काल (मई-2021 में) जिला जेल में बंदियों की संख्या 2700 पार कर गई थी

शासन की योजना

एहतियातन शासन ने कुछ बंदियों को छोडऩे की योजना बनाईउन्हें इस शर्त पर छोड़ा गया था कि कोरोना संक्रमण कम होने के साथ पेरोल पर छोड़े गए बंदी स्वत: जेल में आ जाएंगेपेरोल पर छोड़े गए 63 बंदी में से 36 अभी तक नहीं लौटे, ऐसे जेल प्रशासन ने नाराजगी जाहिर करते हुए उनकी सूची बनाते हुए संबंधित जिले के पुलिस अधिकारी को पत्र लिखा है.

सभी बंदियों को पेरोल पर छोडऩे के दौरान कोरोना संक्रमण कम होने पर रवत: लौटने को कहा गया थाअब एक साल होने जा रहा है और 36 बंदियों की कोई सूचना नहीं हैउन बंदियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए पुलिस आयुक्त, एसपी ग्रामीण व अन्य जिलों के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा गया हैइस बात से शासन को भी अवगत करा दिया गया है

-एके सक्सेना, अधीक्षक जिला जेल