-थाने में दर्ज हुई केवल गुमशुदगी और मिल गई 7 लाख की मोबाइल

जिले की सर्विलांस पुलिस को आठ माह के अंदर सड़क व अन्य जगहों पर गिरे हुए 51 मोबाइल मिले। पुलिस ने उन मोबाइलों की जानकारी एकत्र कर उसके मालिकों से संपर्क किया और गुरुवार को मोबाइल उनके हाथों में सुपुर्द कर दिया। इन 51 मोबाइलों की कीमत करीब सात लाख रुपये पुलिस बता रही है।

पुलिस के अनुसार जनपद में पिछले आठ माह के दौरान मोबाइल फोन के खो जाने के सम्बन्ध में मिले प्रार्थना-पत्रों के अनुसार बरामदगी के लिए एसएसपी अमित पाठक ने पुलिस अधीक्षक सुरक्षा अदित्य लग्हें के नेतृत्व में टीम गठित की थी। आदित्य लग्हें के निर्देश पर सíवलांस सेल प्रभारी एसआई अरूण प्रताप सिंह ने विशेष रूप से रूचि लेकर 51 मोबाइल फोन बरामद किया।

चोरी हो गई थी मोबाइल

केस-1

संजय नगर पहडि़या की रहने वाली आज्ञा कुमारी जायसवाल ने बताया कि 5 मार्च 2020 को मैं एयरपोर्ट जा रही थी। इसी दौरान किसी ने मेरी मोबाइल पर्स से चुरा ली। थाने पर पहुंची तो वहां पुलिस ने गुमशुदगी की तहरीर देने को कहा। मैंने गुमशुदगी से संबंधित प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी।

केस-2

थाना शिवपुर के इंद्रपुर वार्ड के रहने वाले शिव कुमार पटेल ने बताया कि 27 जुलाई को मेरी मोबाइल घर से ही चोरी हो गई थी। चोरी होने की जानकारी थाने पर देने के लिए पहुंचा तो थाने से बोला गया कि गुमशुदगी की शिकायत करिए। इसके बाद गुमशुदगी का प्रार्थना पत्र दिया था।

सर्विलांस की यह रही टीम

एसपी सुरक्षा आदित्य लाग्हें के नेतृत्व में उनकी टीम में प्रभारी सíवलांस सेल एसआई अरूण प्रताप सिंह, ज्ञानेन्द्र कुमार, विवेक मणि त्रिपाठी, संतोष कुमार पासवान, दिवाकर वत्स, सन्तोष कुमार यादव, अनुग्रह कुमार वर्मा, मनीष कुमार, अश्विनी सिहं, प्रेम पंकज कुमार आदि शामिल थे।

इन लोगों को मिली खोई हुई मोबाइल

प्रहलाद, जगदीश चौरसिया, मुकेश कुमार गुप्ता, अविनाश कुमार, सतीश कुमार गुप्ता, विश्वनाथ, संतोष पटेल, अनील कुमार सिंह, किशन पटेल, मनोज कुमार पटेल, अशोक कुमार श्रीवास्तव, सुनील कुममार सोनकर, हरी नारायण गुप्ता, दिलीप कुमार, सस्कार सिंह, कन्हैया, राकेश यादव, जावेद अख्तर, जुनैद अख्तर, आशीष कुमार सिंह, सुभाष चन्द्र, उत्कर्ष पाठक, अजय कुमार पाण्डेय, धर्मेन्द्र कुमार, मु। मजीद, अनुप कुमार, श्रेया यादव, मनोज कुमार पाण्डेय, संदिप कुमार, नूरीन फातमा, संतोष कुमार गुप्ता, अमरेन्द्र प्रताप सिंह, लव कुमार, अनिकेत विश्वकर्मा, संदीप यादव, होमगार्ड बबलु सिंह, मनोज पटेल, तरूण राज कौशिक, महेन्द्र कुमार यादव, धरम चन्द्र सोनकर, अजीत सिंह यादव, रमजान अली, आरक्षी आशिष कुमार द्विवेदी, प्रियन्का राय, शिव कुमार पटेल, सुजीत सिंह, अमन यादव, अतुल केशरी, आज्ञा कुमारी जैसवाल, अशोक, बलवन्त कुमार कन्नौजिया को मोबाइल मिली।

::: बॉक्स :::

कानूनी दांवपेच से तो नहीं बचना चाहती पुलिस

पुलिस मोबाइल चोरी के मामले दर्ज न करके गुमशुदगी का प्रार्थना पत्र पीडि़तों से मांगती है। बता दें कि अगर पुलिस मोबाइल चोरी का मुकदमा दर्ज करती है तो चोर का पता लगाना और आईएमईआई नंबर आदि से मोबाइल ट्रेक कर बरामद करना भी एक बड़ी चुनौती होती है। इस पूरी प्रक्रियामें काफी समय लग जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि पुलिस कहीं इस प्रक्रिया से बचने के लिए तो नहीं, मुकदमा दर्ज करने से कतराती है।