-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में छात्राओं को किया गया जागरुक

-सेनेटरी नैपकिन के फायदे और यूज करने की दी गई जानकारी

-नुक्कड़ नाटक से छात्राओं ने दिया स्वच्छता का संदेश

यदि हम अपनी प्रॉब्लम शेयर नहीं करेंगे तो फिर उसका सॉल्यूशन कैसे होगा? हिंदी में कहावत है कि 'जो करे शर्म, उसके फूटे करम' हम चाहे आप अब हर किसी को आगे आना ही होगा। ये बातें डॉ। रितु गर्ग ने शनिवार को सेनेटरी नैपकिन अवेयरनेस प्रोग्राम में बतौर एक्सपर्ट कहीं। अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज परमानंदपुर में छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन की महत्ता को बताते हुए डॉ। रितु गर्ग ने कहा कि समय तेजी से बदल रहा है। ऐसे में छात्राओं को खुद से अपने को ढालना होगा। उन्हें सही व गलत का फर्क खुद से समझना होगा। घर-परिवार में भी पुराने ख्यालात वालों को यह एहसास दिलाना होगा कि अब जमाना बदल रहा। एक्सपर्ट के तौर पर स्माइल मुनिया की अध्यक्ष अंजली अग्रवाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर किसी को जागरूक होने की जरूरत है। सेनेटरी नैपकिन की विशेषताओं को बताते हुए कहा कि मन से झिझक हटाएं और अपनी बात को बेबाकी से कहें। जब तक समस्याएं किसी से शेयर नहीं करेंगी तो उसका निराकरण कैसे हो सकता है? इस मौके पर आहार एवं पोषण विभाग होम साइंस की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक से स्वच्छता का संदेश दिया।

क्वॉइन डालते ही मिलेगा नैपकिन

ग‌र्ल्स की सुविधाओं को बढ़ाते हुए कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से कैंपस में सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीन व वेंडिंग मशीन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर गेस्ट्स डॉ। रितु गर्ग, अंजली अग्रवाल, प्रिंसिपल डॉ। कुमकुम मालवीय, चीफ प्रॉक्टर अनीता सिंह आदि मौजूद रहीं। वेंडिंग मशीन की खासियत है कि क्वॉइन डालते ही छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन मिलेगा। प्रोग्राम में डॉ। अर्चना श्रीवास्तव, डॉ। दिव्या राय, डॉ। आकाश, डॉ। सुमन मिश्र, डॉ। कंचन पाठक, डॉ। भावना शर्मा, डॉ। सीमा, डॉ। नीलू गर्ग आदि प्रेजेंट रहीं। स्वागत प्रिंसिपल डॉ। कुमकुम मालवीय, संचालन डॉ। अनीता सिंह, संयोजन डॉ। अंजू शर्मा व थैंक्स कॉलेज के प्रबंधक अनिल जैन ने दिया।

चार सौ छात्राओं का चेकअप

सामुदायिक सेवा केंद्र, प्रसार शिक्षा व संकल्प संस्था और संतुष्टि हॉस्पिटल की ओर से छात्राओं का हेल्थ चेकअप भी किया गया। लगभग चार सौ से अधिक छात्राओं का ब्लड ग्रुप टेस्ट हुआ। वहीं दर्पण हेल्थ केयर की ओर से छात्राओं में फ्री सेनेटरी पैड का वितरण किया गया।

छात्राओं, माताओं सभी को यह ध्यान देना होगा कि सेनेटरी नैपकिन हाइजेनिक न हो। और तो और इसे लेकर बेझिझक रहें। प्रॉब्लम होने पर एक्सपर्ट डॉक्टर्स से परामर्श लें। क्योंकि अब के समय में कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं।

डॉ। रितु गर्ग, निदेशिका

संतुष्टि हॉस्पिटल

छात्राएं पहले से कहीं अधिक जागरूक हुई हैं। सही और गलत का समझ रखने लगी हैं। हालांकि इस दिशा में अभी और अवेयरनेस की जरूरत है।

डॉ। कुमकुम मालवीय, प्रिंसिपल

अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज

पहले से छात्राएं अब कहीं ज्यादा मुखर हुई हैं। अब वह किसी से कुछ छुपाती नहीं, बेझिझक अपनी बात कहती हैं। सेनेटरी नैपकिन के बारे में छात्राओं को और भी अवेयर करने की जरूरत है।

डॉ। अनीता सिंह, चीफ प्रॉक्टर

अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज

लड़कियों को हाइजीन प्रॉब्लम से बचाने के लिए सेनेटरी नैपकिन का यूज करना चाहिए। बहुत सी छात्राओं व उनकी फैमिली को भी इसकी जानकारी नहीं है। संकोच, झिझक मन से निकालना ही होगा।

डॉ। अंजली अग्रवाल, अध्यक्ष स्माइल मुनिया